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एड्स : छात्रों ने मानव श्रंखला बनाकर जागरूकता और सहयोग का संदेश दिया

लखनऊ। भारत में, एचआईवी संक्रमणों की अनुमानित संख्या 24.01 लाख है, जिसमें 12 वर्ष से कम आयु के 51000 बच्चे भी हैं। निम्हान्स द्वारा नवंबर 2022 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमण मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले तंत्रिका तंत्र को बहुत नुकसान पहुंचाता है।

मनोविज्ञान विभाग ने एड्स, टीबी और मलेरिया से लड़ने के लिए ग्लोबल फंड द्वारा वित्त पोषित एक अंतर्राष्ट्रीय परियोजना पर काम किया है। 3 करोड़ रुपये की निधि के साथ, मनोविज्ञान विभाग 40 विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी में काम कर रहा है और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार राज्यों के लिए जिम्मेदार है।

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सामाजिक अवधारणाओं ने कई लोगों को अवसाद और आत्महत्या की ओर ले जाने वाली चिंता के लिए प्रेरित किया है। मानसिक स्वास्थ्य और एड्स के बारे में जागरूकता फैलाने के इस समय में, मनोविज्ञान विभाग एड्स जागरूकता दिवस के लिए प्लान इंडिया नेशनल और यूपीएनपी के सहयोग से छात्रों को संवेदनशील बनाने के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है। विभाग में स्थापित साइके हब क्लब दीर्घकालीन बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाने में सक्रिय रूप से शामिल रहा है।

यह एक 3-दिवसीय कार्यक्रम श्रृंखला है जो 29 नवंबर, 2022 को स्लोगन लेखन और टी-शर्ट पेंटिंग के साथ शुरू हुई थी।  छात्रों ने विषय पर कुछ प्रेरक और सूचनात्मक नारों के साथ आए: “पुटिंग अवरसेल्फ टू द टेस्ट: एचीविंग इक्विटी टू एंड एचआईवी” और “एलिमिनेशन ऑफ मदर-टू-चाइल्ड ट्रांसमिशन ऑफ एचआईवी” के बाद 30 नवंबर, 2022 को एक ही थीम पर कोलाज और पोस्टर-मेकिंग प्रतियोगिता के साथ इवेंट आयोजित किया गया।

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कार्यक्रमों की यह श्रृंखला एचआईवी और एड्स के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 1 दिसंबर, 2022 को प्रोफेसर राकेश चन्द्रा द्वारा झंडी दिखा एकजुटता दर्शाती पद यात्रा के साथ आरंभ हुई। पदयात्रा का समापन शिवाजी की प्रतिमा के समक्ष हुआ, जहां कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को संबोधित किया।

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दीर्घकालीन रोगों के बारे में कहते हुए कुलपति ने कहा “इस स्थिति के लिए जागरूकता आवश्यक है। यह छात्रों द्वारा एक अच्छी पहल थी और हमें और अधिक जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।” कुलपति ने अपने संबोधन में मनोविज्ञान विभाग की प्रशंसा करते हुए सभी विद्यार्थियों के प्रयासों को सराहा। अभियान के दौरान सभी विद्यार्थियों ने मानव श्रंखला बना जागरूकता और सहयोग का संदेश दिया।

अभियान के दौरान सभी विद्यार्थियों ने मानव श्रंखला बना जागरूकता और सहयोग का संदेश दिया। अभियान का आयोजन विभागाध्यक्ष डॉ अर्चना शुक्ला के नेतृत्व में औरगनाजिगं कमिटी की अध्यक्ष डॉ माननी श्रीवास्तव ने किया। अभियान के दौरान डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ पूनम टण्डन, रजिस्ट्रार डॉ संजय मेधावी एवं प्रॉक्टर डॉ राकेश द्विवेदी की उपस्थिति प्रमुख रही।

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