नए वर्ष में भारतीय टीम के श्रीलंका (Sri Lanka) के विरूद्ध पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में सभी की निगाहें वापसी करने वाले जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) के प्रदर्शन पर लगी होंगी। पीठ के स्ट्रेस फ्रेक्चर के कारण चार महीने तक बाहर रहे बुमराह इस भारतीय टीम के लिए बहुत ज्यादा जरूरी हैं व इस वर्ष होने वाले टी20 दुनिया कप को देखते हुए उन्हें सतर्कता के साथ प्रयोग किया जा रहा है। वहीं विराट कोहली (Virat Kohli) की अगुआई में टीम इंडिया रविवार को यहां पर अपना रिकॉर्ड सुधारने उतरेगी। हिंदुस्तान ने यहां अपना एकमात्र टी20 मैच ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध 10 अक्टूबर 2017 को खेला था। जिसमें उसे पराजय का सामना करना पड़ा था।
टी20 वर्ल्ड कप के लिए अभियान का आगाज
वर्ष 2019 में जहां 50 ओवर के प्रारूप पर ध्यान लगा था तो वहीं मौजूदा वर्ष में टी20 अंतर्राष्ट्रीय पर ध्यान लगाया जाएगा। अक्टूबर में पर्थ में दक्षिण अफ्रीका के विरूद्ध टी20 दुनिया कप अभियान प्रारम्भ करने से पहले भारतीय टीम इसी मुहिम में करीब 15 टी20 मैच खेलेगी।भारतीय प्रीमियर लीग के खत्म होने तक टीम में स्थान बनाने वाले खिलाड़ियों के जगह स्पष्ट होने की आसार नहीं है। लेकिन मौजूदा कोच रवि शास्त्री व कैप्टन विराट कोहली इस मौजूदा श्रृंखला में सभी के प्रदर्शन पर निगाह लगाए होंगे।
दबाव का किस तरह सामना करते हैं नवदीप व शार्दुल
भारतीय टीम साथ ही यह भी देखना चाहेगी कि मुख्य तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, दीपक चाहर (Deepak Chahar) व भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में नवदीप सैनी व शार्दुल ठाकुर डेथ ओवरों में बुमराह के साथ दबाव का सामना किस तरह करते हैं। वॉशिंगटन सुंदर भी ऐसा प्रदर्शन करना चाहेंगे कि यह सुनिश्चित हो जाए कि किसी भी समय कुलदीप यादव व युजवेंद्र चहल में से अंतिम एकादश में किसी एक का ही चयन हो।