- Published by- @MrAnshulGaurav
- Sunday, May 29, 2022
उत्तर प्रदेश: ओडीओपी (उत्तर प्रदेश सरकार) और आईएमएस (द्वितीय परिसर) लखनऊ विश्वविद्यालय के सहभागिता से दिनांक 28. 5.2022 को प्रातः 11.00 बजे से स्टार्टअप और इंटरप्रेन्योरशिप ( स्वरोजगार एवं उद्यमिता ) के ऊपर एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया । उत्तर प्रदेश सरकार की पहल से अर्नस्ट और यंग के रोहित धीर और रोहित श्रीवास्तव ने सरकार के प्रोत्साहन कार्यक्रम, अनुदान (ग्रांट) और इससे संबंधित तमाम जानकारियां साझा की।
छात्रों के साथ चर्चा करते हुए उन्होंने मुख्य रूप से परिणाम के बजाय प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने के बारे में बताया , क्योंकि प्रक्रिया के माध्यम से संघर्ष को कम किया जा सकता है तथा उत्तर प्रदेश सरकार किस तरह से पूंजी, कार्य कौशल , सलाह, मार्गदर्शन, निगरानी आदि उपलब्ध कराने में मदद कर रही है। उन्होंने यह भी चर्चा की कि कच्चा माल, अंतिम माल और सेवाएं खरीदने और बेचने के लिए बाजार को कैसे खोजा जाए।
उत्तर प्रदेश में व्यापार करने की प्रक्रिया आसान, आत्मनिर्भर और नौकरी के अवसरों को प्रदान करने की पहल की, जिसके लिए स्टार्टअप प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए औद्योगीकरण , डिजिटलीकरण , मजबूत राजस्व मॉडल और कार्यशील पूंजी प्रमुख आवश्यकताएं विषय पर भी बल दिया । स्टार्टअप, एमएसएमई की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक वेबसाइट (http://WWW.startup.up.gov.in) बनाई गई है । विशेषज्ञों के द्वारा स्केलेबिलिटी के मुद्दों को स्टार्टअप द्वारा संबोधित करने की आवश्यकता है और उन्हें हल करने की आवश्यकता के बारे में भी बताया है। नए नवोदित उद्यमियों की मदद के लिए हर जिले में इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाने और इन्क्यूबेटरों को इसके बदले में शेयरधारिता मिलेगी के बारे में भी बताया है। आई .एम .एस.के शिक्षक सौरव बनर्जी ने डी.पी.आर. (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) कैसे बनाई जाए इस विषय पर प्रकाश डाला ।
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय माननीय प्रोफेसर आलोक कुमार राय और ओ.एस.डी, आई.एम.एस प्रोफेसर विनीता काचर के सौजन्य से कार्यक्रम सुचारु रूप से संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में संस्थान के छात्रों और कुछ उद्यमियों ने हिस्सा लिया ।