• योगी सरकार विशेष रूप से तैयार कराए जीआई और ओडीओपी गिफ्ट
• गुलाबी मीनाकारी से बने राष्ट्रीय पक्षी मोर को उपहार स्वरूप देगी योगी सरकार
वाराणसी। “अतुल्य भारत की अतुल्य निधि” काशी के कारीगरों का हुनर अब जी-20 देशों के मेहमान देखेंगे। योगी सरकार ने जीआई और ओडीओपी उत्पाद को जी-20 के डेलीगेट्स को देने के लिए ख़ास तौर पर तैयार कराई है, जिसमें ख़ास काशी की पुरातन कला गुलाबी मीनाकारी शामिल है। विश्व के 20 आर्थिक रूप से शक्तिशाली देशों के मेहमानों को हैंडीक्राफ्ट का नायाब नमूना गुलाबी मीनाकारी से बने राष्ट्रीय पक्षी मोर उपहार स्वरूप देने के लिए कारीगर ने तैयार किया है।
मोदी और योगी आदित्यनाथ ने देश के जीआई और ओडीओपी उत्पादों को नई ऊंचाई दी है। लुप्त होती देश की प्राचीन कला को दुनिया में फिर से स्थापित कर दिया है। भारत को जी 20 देशों के मेजबानी का अवसर मिला है।
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11 से 13 जून तक जी-20 की बैठक विश्व के सबसे प्राचीन और जीवंत शहर काशी में होनी है। इसके लिए सरकार ने काशी की ख़ास प्रचीन कला गुलाबी मीनाकारी के नायाब तोहफे बनवाए हैं। गुलाबी मीनाकारी के उपहार जी-20 देशों के डेलीगेट्स को उपहार स्वरुप दिये जाएंगे।
गुलाबी मीनाकारी के नेशनल अवार्डी कुंज बिहारी ने बताया कि जी-20 देशों के मेहमानों के लिए ख़ास तौर पर भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर का आर्डर था। आर्डर को पूरा करने के लिए क़रीब 100 से अधिक प्रशिक्षित और पुस्तैनी कारीगरों का परिवार जुटा था। उन्होंने बताया कि गुलाबी मीनकारी से मुँह मोड़ चुके कारीगरों को मोदी-योगी ने नई उम्मीद दिखाई है।
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जीआई और ओडीओपी को पूरे विश्व में नई पहचान मिली है। जिससे बड़ी तादाद में लोगों को रोजगार मिल रहा है। गुलाबी मीनाकारी के साथ ही इसके पैकेजिंग के लिए ख़ास बॉक्स बनाने वालों के अलावा दर्जनों परिवार को परोक्ष और अपरोक्ष रूप से रोजगार मिल रहा है।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता