विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की नई दिल्ली यात्रा साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा। वह अपने को गांव का राजनीतिक कार्यकर्ता कहते है। वैसे उनकी साहित्य व चिंतन साधना उच्च स्तर की है। उनकी दर्जनों पुस्तकें प्रकाशित हुई है। राजनीति के साथ ही लेखन भी उनका प्रिय विषय है। नई दिल्ली की उनकी यह यात्रा ने भी साहित्य संवाद का अवसर दिया।
हृदय नारायण दीक्षित और रमेश पोखरियाल निशंक में बड़ी समानता है। दोनों राजनीति में रहते हुए साहित्य सृजन में भी सक्रिय है। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने गत दिवस केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, श्री रमेश पोखरियाल निशंक @DrRPNishank से शिष्टाचार मुलाकात की।
हृदय नारायण दीक्षित ने उनको अपनी नव प्रकाशित पुस्तक “अथर्ववेद का मधु” भेट की। इसके अलावा कई साहित्यिक विषयों पर परिचर्चा हुई। इस दौरान रमेश पोखरियाल ने भी हृदय नारायण दीक्षित को अपनी कई पुस्तकें भेंट की।
इसके अलावा कॉन्स्टिट्यूशन क्लब नई दिल्ली में आयोजित अयोध्या पर्व में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित का व्याख्यान हुआ। उन्होंने रामराज्य की संकल्पना का विस्तार से उल्लेख किया। कहा कि यह श्रेष्ठतम राज्य व्यवस्था की भारतीय अवधारणा है। इस अवसर पर हृदय नारायण दीक्षित ने रामकथा पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।