पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार शाम 05:05 बजे निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। एम्स द्वारा उनके निधन की खबर जारी किए जाने के बाद सारे देश में शोक की लहर दौड़ गई। पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा, ‘मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।
लेकिन वो हमें कहकर गए हैं-
“मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?”— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
अटल जी ने रखी सशक्त, समृद्ध भारत के निर्माण की नींव
21वीं सदी के भारत के निर्माण में वाजपेयी जी के योगदान का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा, अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हमने 21वीं सदी के सशक्त, समृद्ध भारत के निर्माण की नींव रखी थी। कई क्षेत्रों में उनकी दूरगामी नीतियों ने देश के हर नागरिक और व्यक्ति पर सकारात्मक असर डाला।
It was Atal Ji's exemplary leadership that set the foundations for a strong, prosperous and inclusive India in the 21st century. His futuristic policies across various sectors touched the lives of each and every citizen of India.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
अनगितन यादगार लम्हे
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहांत को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, अटल जी का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है। मैने उनके साथ अनगितन यादगार लम्हे गुजारे हैं। मैं उन्हें हमेशा प्रखर बुद्धि और विवेक के लिए याद करूंगा।