औरैया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा होते ही उत्तर प्रदेश समेत औरैया जिले में चुनावी घमासान जोरों पर शुरू हो गया है। जिले के 23 जिला पंचायत वार्डो में अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित सात वार्डों के अलावा एक महिला आरक्षित क्षेत्र से भी अनुसूचित वर्ग की महिला को प्रत्याशी बनाकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कुल आठ अनुसूचित प्रत्याशियों में चार प्रत्याशी दोहरे समाज के मैदान में उतार कर न केवल बसपा वोट बैंक में सेंधमारी का प्रयास किया है बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव में अनुसूचित वर्ग की इस बड़ी जाति को अपने साथ जोड़ने का प्रयास शुरू कर दिया है।
औरैया में तीसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है जिसके लिए नामांकन प्रक्रिया 12 अप्रैल से शुरू होगी। जिले में जिला पंचायत सदस्य के 23 पद है जिनमें तीन अनुसूचित महिला, चार अनुसूचित वर्ग व दो अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, चार अन्य पिछड़ा वर्ग एवं तीन क्षेत्र महिलाओं के लिए आरक्षित है जबकि सात क्षेत्र अनारक्षित हैं। औरैया में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित है। जिस कारण यहां पर अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित सीटों पर सबसे रोचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा आज जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशियों की जारी सूची में एक महिला वर्ग के लिए आरक्षित क्षेत्र से भी अनुसूचित वर्ग की महिला को चुनाव मैदान में उतार कर अनुसूचित वर्ग से कुल आठ प्रत्याशी मैदान में उतारे गये हैं। जिनमें दोहरे समाज से चार, कठेरिया समाज से दो, तो दिवाकर व कोरी समाज से एक-एक प्रत्याशी के नाम की घोषणा की है। अन्य पिछड़ा वर्ग में वर्मा/राजपूत (लोध) समाज से तीन, शाक्य, पाल, प्रजापति, व यादव समाज से एक-एक, जबकि ब्राह्मण समाज से पांच व क्षत्रिय समाज से तीन प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि महिला व अनारक्षित क्षेत्रों में भी पार्टी ने अनुसूचित व पिछड़े वर्ग के लोगों को मैदान में उतार कर उन पर भरोसा जताया है। भाजपा ये मानकर चल रही है कि सवर्ण (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य व कायस्थ) तो उनका परम्परागत मतदाता हैं, वह तो भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे हीं।
बिधूना व अछ्ल्दा ब्लाक के सभी छह क्षेत्र अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित
यहां पर गौर तलब है कि जिले में बिधूना व अछल्दा ब्लाक के सभी छह क्षेत्र व औरैया ब्लाक का एक क्षेत्र अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित हैं। भाजपा ने जिला पंचायत सदस्यों के इस चुनाव में इन सात वार्डों में बिधूना प्रथम से कमल सिंह दोहरे, बिधूना द्वितीय से सुकीर्ति कुमार उर्फ बन्टूराव दिवाकर, बिधूना तृतीय से मीना दोहरे, अछल्दा प्रथम से सर्वेश कठेरिया, अछल्दा द्वितीय से गुड़िया कठेरिया, अछल्दा तृतीय से ज्योती दोहरे एवं औरैया प्रथम से राजीव कुमार कोरी के अलावा अजीतमल प्रथम महिला आरक्षित क्षेत्र से भी अनुसूचित वर्ग की अनीता गौतम को अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर चुनाव मैदान में उतारा है। यानि आठ में से चार प्रत्याशी दोहरे समाज से हैं। दोहरे समाज से सर्वाधिक प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा बसपा के परम्परागत वोट बैंक में सेंधमारी करना चाहती है और यदि यह प्रत्याशी जीत जाते हैं और इसी दोहरे समाज के व्यक्ति को अध्यद पद पर आसीन करा लेती है तो आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में जिले में दोहरे/जाटव समाज का बहुत बड़ा वोट बैंक भाजपा के साथ जुड़ सकता है।
दोहरे समाज पर दांव
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि भाजपा का यह निर्णय गलत साबित हो सकता है क्योंकि पिछले 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इटावा लोकसभा क्षेत्र से दोहरे समाज के बड़े नेता पूर्व मंत्री अशोक दोहरे को चुनाव मैदान में उतारा था और वह जीते भी थे लेकिन उसके बाद हुए विधानसभा के चुनाव में वह औरैया जिले में दोहरे/जाटव समाज का वोट न तो भाजपा को दिला सके थे और न ही वह भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सामंजस्य बैठा सके थे। इसलिए भाजपा का यह दांव उल्टा भी पड़ सकता है क्योंकि परम्परागत रूप से भाजपा के पक्ष में मतदान करने वाले बाल्मीकि समाज के किसी व्यक्ति को जहां टिकट नहीं दिया गया है वहीं दिवाकर व कोरी समाज के समुचित मात्रा में प्रत्याशी नहीं बनाये गये है। जिसका भाजपा को खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। वहीं अगर दोहरे समाज ने बसपा प्रत्याशियों के पक्ष मतदान किया तो जिले में प्रत्याशी चयन में शामिल भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं को मुंह की खानी पड़ सकती है।
अनारक्षित क्षेत्रों में भी बनाये एससी व पिछड़े वर्ग के प्रत्याशी
जिले में महिला व अनारक्षित सीटों पर भी अनुसूचित व अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशी मैदान में उतारे जाने से सामान्य वर्ग के लोगों में भी नाराजगी देखी जा रही है। अजीतमल प्रथम क्षेत्र महिला एवं ऐरवाकटरा तृतीय क्षेत्र अनारक्षित होने के बाद भी भाजपा द्वारा सामान्य वर्ग के दावेदारों को अधिकृत प्रत्याशी घोषित न करके क्रमशः अनीता गौतम (दोहरे) एवं राधेश्याम यादव सांवलिया को प्रत्याशी बनाये जाने से वहां के क्षेत्रीय सवर्णो में नाराजगी भी देखी जा रही है, जो भाजपा प्रत्याशी के लिए मुसीबत भी खड़ी कर सकती है।
भाजपा द्वारा घोषित प्रत्याशी
औरैया प्रथम (अनुसूचित) – राजीव कुमार कोरी
औरैया द्वितीय (अनारक्षित) – कर्मवीर सिंह
औरैया तृतीय (महिला) – प्रियंका दुबे
औरैया चतुर्थ (महिला) – पूजा अवस्थी
अजीतमल प्रथम (महिला) – अनीता गौतम
अजीतमल द्वितीय (अनारक्षित) – विश्वजीत सिंह सोनू
अजीतमल तृतीय (ओबीसी) – उत्तम सिंह राजपूत
भाग्यनगर प्रथम (ओबीसीएल) – अंजलि राजपूत
भाग्यनगर द्वितीय (अनारक्षित) – गिरीश तिवारी
भाग्यनगर तृतीय (अनारक्षित) – संतोष शर्मा लल्ला
भाग्यनगर चतुर्थ (अनारक्षित) – सर्वेश भदौरिया
बिधूना प्रथम (अनुसूचित) – कमल सिंह दोहरे
बिधूना द्वितीय (अनुसूचित) – सुकीर्ति कुमार उर्फ बन्टूराव दिवाकर
बिधूना तृतीय (अनुसूचित महिला) – मीना दोहरे पूर्व सदस्य
सहार प्रथम (ओबीसी) – वासुदेव प्रजापति
सहार द्वितीय (ओबीसी) – गौरीशंकर वर्मा
सहार तृतीय (अनारक्षित) – सोनू मिश्रा
अछल्दा प्रथय (अनुसूचित) – सर्वेश कठेरिया)
अछल्दा द्वितीय (अनुसूचित महिला) – गुड़िया कठेरिया
अछल्दा तृतीय (अनुसूचित महिला) – ज्योती दोहरे
ऐरवाकटरा प्रथम (ओबीसी) – सुरजन पाल
ऐरवाकटरा द्वितीय (ओबीसीएल) – सपना शाक्य
ऐरवाकटरा तृतीय (अनारक्षित) – राधेश्याम यादव सांवलिया