पांच सौ वर्षों तक अयोध्या उपेक्षित रही। जबकि विगत पांच वर्षों के दौरान प्राचीन गौरव के अनुरूप इस नगरी को महत्व मिला। विकास कार्यों का अभूतपूर्व अध्याय प्रारंभ हुआ। इसे विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में प्रतिष्ठित करने की कार्ययोजना क्रियान्वित हो रही है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि श्रीराम का आदर्श जीवन पूरे विश्व को आलोकित करता है। श्रीराम जन जन के नायक हैं। योगी आदित्यनाथ अयोध्या के विकास के लिए कठिन परिश्रम कर रहे हैं। भविष्य में अयोध्या वैश्विक पटल पर अपनी अलग पहचान लेकर उभरेगी।
दुनिया भर के पर्यटक यहां आने वाले हैं। अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के आधार पर विकसित किया जा रहा है। अयोध्या विश्व की सबसे बड़ी पर्यटन नगरी बनेगी।
यह उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है। अयोध्या उत्तर प्रदेश और देश के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए सबसे सुंदर और बड़ी धार्मिक एवं पर्यटक नगरी बनने जा रही है। अयोध्या दीपोत्सव में त्रेता युग की झलक है। बारह लाख दीपकों का प्रज्ववलन हुआ। जैसे तारों से भरा आकाश उतर कर आ गया है। पांचवें दीपोत्सव पर योगी सरकार अपने स्वयं के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। नया विश्व कीर्तिमान बनाया। इसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की एक टीम अयोध्या में उपस्थित रही।
पुष्पक विमान के प्रतीक स्वरुप हेलीकाप्टर से प्रभु श्रीराम,मां सीता और लक्ष्मण के साथ उतरे। योगी आदित्यनाथ ने उनकी आगवानी की। पुष्प वर्षा होने लगी और समूचा क्षेत्र जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। यहां से श्रीराम,मां सीता और लक्ष्मण के साथ रथ से रामकथा पार्क पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री योगी ने गुरु वशिष्ठ की भूमिका में श्रीराम को तिलक लगाकर उनका राज्याभिषेक किया।
लोक कल्याण को चरितार्थ करते हुए योगी आदित्यनाथ ने पन्द्रह करोड़ गरीबों को मार्च तक निःशुल्क राशन देने की घोषणा की। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने श्रीराम जन्मभूमि की ओर जाने वाले तीन मार्गों को अशोक सिंघल, कल्याण सिंह और बलिदानी कारसेवक के नाम पर बनाने की घोषणा की। दीपोत्सव में उत्तर प्रदेश के अलावा मध्यप्रदेश, झारखंड, हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों के कलाकारों ने लोक संस्कृति का प्रदर्शन किया।
प्रभु श्रीराम के अयोध्या आगमन से अयोध्या में उत्साह उल्लास और उत्सव का वातावरण है। नगरी को अति आकर्षक रूप में सजाया गया है। चारों तरफ तोरण द्वार बनाये गए है। लेजर शो सुंदरता बिखेर रहे है। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अयोध्या में दीपोत्सव दीपोत्सव का शुभारंभ किया था। पहली बार एक लाख सत्तासी हजार से अधिक दीपक प्रज्वलित किये गये थे। दूसरे दीपोत्सव में तीन लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित हुए। इस प्रकार विश्व कीर्तिमान कायम हुआ।
तीसरे वर्ष चार लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। पिछले साल कोरोना काल होते हुए छह लाख से अधिक दीपक जलाने का रिकार्ड बना। पांचवें दीपोत्सव ने इन सभी विश्व रिकॉर्डों को पीछे छोड़ दिया।