आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) नाम आते ही बॉलीवुड की लगभग हर अनोखी स्क्रिप्ट व कहानी याद आ जाती है। चाहे ‘ड्रीम गर्ल’ (Dream Girl) में लड़के का लड़की बनना हो या फिर ‘बाला’ (Bala) में गंजेपन व शारीरिक कमियों से जूझते हुए शख्स की कहानी, आयुष्मान ने किसी भी भूमिका को करने में कभी झिझक नहीं दिखाई।
इन दिनों आयुष्मान इसी शुक्रवार को रिलीज हुई फिल्म ‘बाला’ की सफलता का जश्न मना रहे हैं। इसी बीच आने वाले अंतररार्ष्टीय पुरुष दिवस (International Men’s Day) पर आयुष्मान ने एक कविता अपने सोशल मीडिया पर शेयर की है।
यह कविता लेखक गौरव सोलंकी ने लिखी है। यह कविता पुरुषों के लिए तय किए गए कई पैमानों को तोड़ते हुए व उनपर तीखी टिप्पणी करती है। आयुष्मान ने इस कविता को बड़े ही मजेदार अंदाज में पड़ा है। बता दें कि गौरव सोलंकी ‘दास देव’, ‘वीरे दी वेडिंग’, जैसी कई फिल्मों के गाने लिख चुके हैं। उन्होंने इसी वर्ष रिलीज हुई आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘आर्टिकल 15’ की भी कहानी लिखी है। आप भी सुनिए ये कविता।