महाराष्ट्र सीएम पद गंवाने के बाद से उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को लगातार झटके मिल रहे हैं। पहले शिवसेना का नाम और चिह्न निकल गया, करीबी भी धीरे-धीरे दूर होते गए। अब उद्धव ठाकरे को एक और झटका लगा है।
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उनकी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक शिशिर शिंदे ने उद्धव के नेतृत्व वाली शिवसेना से इस्तीफा दे दिया। शिशिर शिंदे वही नेता हैं, जिन्होंने कुछ शिवसैनिकों की मदद से भारत-पाकिस्तान मैच रुकवाने के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की पिच खोद दी थी। शिंदे ने उद्धव का साथ छोड़ने की वजह का खुलासा किया है।
शिशिर शिंदे की पहचान एक तेजतर्रार शिवसेना कार्यकर्ता के रूप में की जाती है। शिशिर शिंदे तब प्रसिद्ध हुए थे जब उन्होंने 1991 में कुछ अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भारत-पाकिस्तान मैच को होने से रोकने के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की पिच खोद दी थी।
बाद में उन्होंने राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना में शामिल होने के लिए शिवसेना छोड़ दी और 2009 में उपनगरीय भांडुप से विधायक चुने गए। लेकिन 2018 में उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी में वापसी की।
पूर्व विधायक शिशिर शिंदे ने शनिवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष ठाकरे को लिखे पत्र में कहा कि एक साल पहले शिवसेना (यूबीटी) के उप नेता के रूप में नियुक्त किए जाने के बावजूद उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों में ठाकरे से मिलना तक “असंभव” हो गया था।