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यूपी के बीजेपी एमएलए राकेश राठौर का छलका दर्द, बोले- हमारी कोई हैसियत नहीं, बोलेंगे तो लग जाएगा देशद्रोह

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कहर के कारण विपक्ष लगातार योगी सरकार पर सही रणनीति न बनाने का आरोप लगा रहा है. इस बीच भाजपा के विधायक भी कोरोना और प्रदेश के विकास को लेकर बयानबाजी करके सरकार की फजीहत करवा रहे हैं. इस बीच यूपी के सीतापुर की सदर सीट से भाजपा विधायक राकेश राठौर अपने बयान के कारण चर्चा में हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में विधायक अपनी ही सरकार पर तंज कसते सुनाई दे रहे हैं.

भाजपा विधायक राकेश राठौर वीडियो में कह रहे हैं कि आखिर विधायकों की हैसियत ही क्या है. हम ज्यादा बोलेंगे तो देशद्रोह, राजद्रोह हम पर भी तो लग सकता है. उन्होंने यह बात सीतापुर में ट्रोमा सेंटर प्रोजेक्ट और कोरोना से संबंधित सवाल पर कही.

सरकार कह रही है, वही ठीक मानो

इसके अलावा विधायक ने कहा कि प्रशासन सरकार से अलग होता है क्या, सरकार और प्रशासन एक ही पहलू हैं, फिर चाहें प्रशासन की मानें और चाहें सरकार की. वहीं, उन्होंने कोरोना के वर्तमान हालात पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, हम तो यही कहेंगे कि उत्तर प्रदेश में सब-कुछ बहुत अच्छा चल रहा है और इससे बेहतर कुछ हो नहीं सकता. साथ ही तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार कह रही है, वही ठीक मानो.

विधायकों की कोई हैसियत नहीं

यही नहीं, विधायक ने सरकार से अपनी बात कहने के सवाल पर कहा कि क्या आपको लगता है कि विधायक अपनी बात कह सकते हैं. बता दें कि यूपी में हाल ही में कोरोना की वजह से कई विधायकों की जान चल गई है, जिसमें दल बहादुर कोरी (रायबरेली), कैसर सिह गंगवार (नवाबगंज), सुरेश कुमार श्रीवास्तव ( लखनऊ वेस्ट) और रमेश चंद्र दिवाकर (औरैया सदर) शामिल हैं.
इससे पहले भी भाजपा विधायक राकेश राठौर के वीडियो और ऑडियो वायरल हो चुके हैं. पहले उन्होंने कोरोना वॉरियर्स का हौसला बढ़ाने के लिए थाली बजाने को लेकर एक कार्यकर्ता को जमकर खरीखोटी सुनाई थी और उसका ऑडियो जमकर वायरल हुआ था. हालांकि राठौर काफी समय से सरकारी और भाजपा के कार्यक्रमों भी नजर नहीं आते हैं. यही नहीं, कुछ समय पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक कार्यक्रम में उनकी (विधायक) की कुर्सी खाली ही पड़ी रही थी. इस वजह से भाजपा की फजीहत हुई थी.

पैनल ने पिछले सप्ताह सुझाव दिया था कि जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती होने या आईसीयू देखभाल की आवश्यकता वाली कोई अन्य गंभीर बीमारी है, उन्हें भी अगला टीका लगवाने से पहले चार से आठ सप्ताह तक इंतजार करना चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय के मौजूदा प्रोटोकॉल के अनुसार कोविड संक्रमण से उबरने के चार से आठ सप्ताह बाद टीका लगाया जाना है और गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इंजेक्शन नहीं देना है.

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