भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग का रुख किया है। सोनिया गांधी ने कर्नाटक की संप्रभुता को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके चलते इस चुनावी प्रदेश में सियासी तूफान उठा हुआ है।
भाजपा का एक डेलीगेशन इसको लेकर दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के ऑफिस पहुंचा। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि सोनिया गांधी ने जानबूझकर संप्रभुता शब्द का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मैनिफेस्टो टुकड़े-टुकड़े गैंग के एजेंडे को दर्शाने वाला है, इसीलिए यह लोग ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग इस राष्ट्रविरोधी काम के खिलाफ कदम जरूर उठाएगा।
शनिवार को सोनिया गांधी कर्नाटक के हुबली में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रही थीं। कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया कि सीपीपी चेयरपरसन सोनिया गांधी ने 6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों को मजबूत संदेश दिया है। कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की रेपुटेशन, संप्रभुता और इंटीग्रिटी के खिलाफ खतरा नहीं बनने देगा। इस टिप्पणी को लेकर सियासी तूफान उठा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं ने इसको लेकर कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी की है।
प्रधानमंत्री ने रविवार को एक रैली के दौरान कहा कि बेहद कष्ट के साथ केवल कर्नाटक ही नहीं, बल्कि पूरे देश को मैं बताना चाहता हूं। ‘शाही परिवार’ कल कर्नाटक में आया और कहा कि वह यहां की संप्रभुता की रक्षा करना चाहते हैं। आपको पता है कि इसका मतलब क्या है? इसका मतलब यह है कि कांग्रेस ऐसा मानती है कि कर्नाटक पूरे भारत से अलग है।
वहीं, एक अन्य केंद्रीय मंत्री शोभा करंदजले ने भी सोनिया गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज हमने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है। उन्होंने हुबली में दिए भाषण के दौरान कर्नाटक की संप्रभुता की बात की थी। हम संप्रभुता शब्द का इस्तेमाल देश के लिए करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह टुकड़े-टुकड़े गैंग की मुखिया हैं। हमने मांग की है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।