आपने अक्सर लोगों को डायबिटीज रोगियों को काले जामुन खाने की सलाह देते हुए सुना होगा। गर्मियों में पाया जाने वाला ये फल व्यक्ति के शरीर और स्किन, दोनों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं सिर्फ काले जामुन ही नहीं सफेद जामुन भी अपने गुणों की वजह से लोगों के बीच काफी पसंद किए जाते हैं। जी हां, सफेद जामुन को वैक्स जम्बू, रोज एप्पल, मोम सेब या पानी का सेब भी कहा जाता है। गर्मियों में मिलने वाले इस जादुई फल को आयुर्वेदिक, यूनानी और चीनी दवाओं को बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
सफेद जामुन में मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन जैसे मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स काफी मात्रा में मौजूद होते हैं जो आपकी स्किन, डाइजेशन और बालों के लिए अच्छे होते हैं। आइए जानते हैं सफेद जामुन का सेवन करने से व्यक्ति को मिलते हैं क्या-क्या लाभ।
सफेद जामुन के फायदे-
आंखों की रोशनी-
सफेद जामुन में मौजूद नाइयासिन गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने और हानिकारक ट्राइग्लिसराइड, बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। जिसकी वजह से दिल की सेहत अच्छी बनी रहती है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन बी और विटामिन सी की प्रचूरता आंखों की रोशनी बढ़ाने और मेटाबॉलिज्म को सुधारने में मदद करती है।
डायबिटीज रखें कंट्रोल-
डायबिटीज रोगियों के लिए भी सफेद जामुन बहुत अच्छा माना जाता है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करता है। इसके बीज में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन मौजूद होते हैं। इस फल को खाने से गले का संक्रमण ठीक होने के साथ पेट फूलने की समस्या भी दूर होती है।
वेट लॉस-
सफेद जामुन में कैलोरी की मात्रा कम और फाइबर की अधिकता होती है। यही वजह है कि यह फल वेट लॉस में भी फायदा पहुंचा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर की अधिकता आपको पूर्ण और संतुष्ट महसूस करने में मदद करती है, जो क्रेविंग को कम करने और ओवरईटिंग को रोकने में मदद कर सकती है।
पाचन में करे सुधार-
सफेद जामुन में फाइबर की प्रचूरता होने के साथ टैनिन की उच्च मात्रा मौजूद होती है। जिसकी वजह से पाचन में सुधार के साथ कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। इसमें मौजूद रेचक इफेक्ट इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है।
इम्यूनिटी करे बूस्ट-
सफेद जामुन में मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर को मुक्त कणों से बचाए रखमे में मदद करते हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाकर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं।