झारखंड के दुमका में शुक्रवार को 12 वर्षीय आदिवासी छात्रा की कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या किये जाने का मामला सामने आया है. इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को इस मामले में संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं. सोरेन ने ट्वीट कर इस मामले का संज्ञान लेते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक एमवी राव को सख्त कार्रवाई करने और इसकी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय को देने का निर्देश दिया है.
घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए दुमका के पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने बताया कि जिले के रामगढ़ थानांतर्गत पांचवी कक्षा में पढऩे वाली 12 वर्षीय आदिवासी छात्रा की लाश पुलिस ने शुक्रवार को उसके गांव से कुछ दूर जंगल में झाड़ी से बरामद की. लकड़ा ने बताया कि प्रथमदृष्टया नाबालिग छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किये जाने की आशंका है लेकिन इसकी पुष्टि के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए काठीकुण्ड इंस्पेक्टर और रामगढ़ थानेदार के संयुक्त नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गयी है.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सुबह सात बजे छात्रा ट्यूशन पढऩे के लिये निकली थी, परन्तु वापस नहीं लौटी. इसपर परिजनों ने उसकी खोज की तो ठाड़ी गांव के पास जंगल की झाड़ी में उसकी लाश बरामद हुई. साथ ही सड़क किनारे उसकी साइकिल भी मिली जिससे वह ट्यूशन पढऩे गयी थी. परिजनों ने मामले की जानकारी रामगढ़ पुलिस को दी है. पुलिस अधीक्षक ने दावा किया कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
दुमका में इस हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है, क्योंकि दुमका विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं और यह स्वयं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विधानसभा क्षेत्र रहा है. मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार के बाद छात्रा की हत्या के इस मामले पर सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया है कि इस घटना से साबित होता है कि वास्तव में झारखंड में कानून और व्यवस्था की स्थिति कैसी है.
भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने हेमंत सोरेन सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि जिस प्रकार एक नाबालिग आदिवासी छात्रा की कथित सामूहिक बलात्कार के बाद निर्मम हत्या की गयी है वह सरकार के असली चेहरे को जनता के सामने उजागर करता है.