उत्तर रेलवे ने कश्मीर घाटी को भारतीय रेल नेटवर्क के माध्यम से शेष भारत से जोड़ने के स्वप्न को किया साकार
लखनऊ। उत्तर रेलवे की ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक राष्ट्रीय परियोजना पर मुख्य सुरंग टी-13 का ब्रेक-थ्रू करके 29. अगस्त को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई। 8 किलोमीटर लंबी मुख्य सुरंग के सिंगल सैक्शन की डे-लाइटिंग इसके दक्षिणी पोर्टल से पूरी की गई। इस सुरंग की लाइन और लेवल को सटीक तरह से हासिल किया गया है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार 02 अगस्त को टी-13 की एस्केप सुरंग को पूरा किया गया था।
कुल 9.26 किलोमीटर लम्बी टी-13 मुख्य सुरंग की सिंगल सैक्शन लैंथ 8 किलोमीटर और वाइडर सैक्शन लैंथ 1.2 किलोमीटर है। ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एस.के. माही ने बताया कि पूरी की गई सुरंग की कुल लम्बाई 9.1 किलोमीटर और चौड़ाई 150 मीटर है। इसे शीघ्र ही पूरा किए जाने का लक्ष्य है। सुरंग के चौड़े सैक्शनों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसके दोनों पोर्टल सिरों पर डुग्गा और सावलाकोट के स्टेशन यार्डों का निर्माण किया जा सके। न्यूनतम अनुरक्षण पहलुओं और बेहतर राइडिंग सुविधा के मद्देनजर सुरंग में अत्याधुनिक गिट्टीरहित रेलपथ बिछाया जाएगा।
इस मुख्य सुरंग के सिंगल टयूब लैग का ब्रेक-थ्रू अनेक भौगोलिक और सामाजिक चुनौतियों, जिसमें दुर्गम और दूरवर्ती क्षेत्र, कमजोर और दरारयुक्त भूमि के साथ-साथ क्षेत्र में मौसम की कठिन चुनौतियां शामिल हैं, से निपटकर सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि डुग्गा और बसिंदाधर स्टेशनों को जोड़ने वाली इस मुख्य सुरंग के बोरिंग कार्य की समाप्ति ऊधमपुर श्रीनगर बारामूला रेल लिंक परियोजना के कटरा-बनिहाल रेल सैक्श्ान पर हासिल की गई प्रमुख उपलब्धियों में से एक है। इसके साथ ही उत्तर रेलवे कश्मीर घाटी को भारतीय रेल नेटवर्क के माध्यम से शेष भारत से जोड़ने के स्वप्न को साकार करने के और करीब पहुंच गया है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी