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ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने साबरमती आश्रम में चलाया चरखा

सड़क के किनारे पारंपरिक गुजराती नृत्य और संगीत का प्रदर्शन करने वाली मंडलियों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन कर बोरिस जॉनसन अभिवादन किया।

गुजरात। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपनी दो दिवसीय यात्रा के पहले पड़ाव में गुरुवार को अहमदाबाद पहुंचे, जहाँ उनके लिए चार किलोमीटर लंबे एक मेगा रोड शो का आयोजन किया गया था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के काफिले का स्वागत ढोल, बांसुरी और तालियों की गड़गड़ाहट से किया गया। रोड शो के बाद वह महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम गए, वहां उन्होंने चरखा चलाकर सूत काता।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने साबरमती आश्रम में चलाया चरखा

हलोल में बुलडोजर बनाने वाली एक यूनिट का उद्घाटन

अपनी यात्रा के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन ने वडोदरा के हलोल में बुलडोजर बनाने वाली एक यूनिट का उद्घाटन किया। ये यूनिट बुलडोज़र समेत कंस्ट्रक्शन क्षेत्र के दूसरे उपकरण बनाने वाली कंपनी जेसीबी की है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन इसके बाद 22 अप्रैल यानी कल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे।

650 करोड़ रुपये की लागत से बने जेसीबी के छठे प्लांट का उद्घाटन

विदेश मंत्रालय के मुताबिक चरखा चलाने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने वहां की आगंतुक पुस्तिका में एक संदेश भी छोड़ा, जिसमें उन्होंने लिखा इस असाधारण व्यक्ति के आश्रम में आना एक बहुत बड़ा सौभाग्य है। यह समझने के लिए कि कैसे उन्होंने सत्य और अहिंस जैसे सरल सिद्धांत के माध्यम से दुनिया को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया।

650 करोड़ रुपये की लागत से बने जेसीबी के छठे प्लांट का उद्घाटन

जेसीबी का भारत में छठा प्लांट

भारत में बीते 40 सालों से अधिक वक़्त से मौजूद ब्रिटिश मूल की कंपनी जेसीबी का भारत में ये छठा प्लांट है। इस प्लांट को बनाने में करीब 650 करोड़ रुपये की लागत आई है। कंपनी के अनुसार भारत में बीते तीन सालों के दौरान बुलडोज़र समेत उसके उपकरणों की बिक्री में खासी बढ़ोतरी हुई है।

मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने की बिटिश पीएम की अगवानी

मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने की बिटिश पीएम की अगवानी

ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन का अहमदाबाद हवाई अड्डे पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने स्वागत किया। उनकी अगवानी के लिए राज्य के वरिष्ठ अधिकारी और मंत्री भी मौजूद थे। इसके साथ ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री का काफिला जब होटल की ओर बढ़ रहा था तब हवाई अड्डे पर और सड़क के किनारे पारंपरिक गुजराती नृत्य और संगीत का प्रदर्शन करने वाली मंडलियों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन कर उनका अभिवादन किया।

रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी

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