बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से किनारा करते हुए आगामी विधानसभा चुनावों में उन्हें मऊ सीट से टिकट न देने का फैसला किया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ”बसपा का अगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा आम चुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली व माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मण्डल की मऊ विधानसभा सीट से अब मुख्तार अंसारी का नहीं बल्कि बसपा के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष भीम राजभर का नाम तय किया गया है।”
उत्तर प्रदेश में 2022 का विधान सभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है, वैसे-वैसे जातीय समीकरण बदलने के लिए जोड़ तोड़ शुरू हो गयी है। प्रदेश में ब्राह्मण मतदाता 10 प्रतिशत है। पुरोहित के तौर पर गांव-गांव में मौजूद ब्राह्ण ओपिनियन लीडर का काम भी करता है।
सरकारी कर्मचारियों में भी उनकी संख्या काफ़ी अधिक है।सबसे पहले तो ये कि सरकार में ब्राह्मणों की उपेक्षा की जा रही है। कई ब्राह्मण अपराधियों को मुठभेड़ में मार दिया गया, जबकि राजपूत अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है।