इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच इस साल आईसीसी विश्व कप के फाइनल की विवादास्पद समाप्ति के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सुपर ओवर का नियम बदल दिया है और नए नियम के तहत यदि सुपर ओवर भी टाई रहता है तो फैसला आने तक सुपर ओवर बार-बार चलता रहेगा। विश्व कप फाइनल में इस बार अजीबो-गरीब स्थिति आ गई थी। मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर भी टाई रहा था और फाइनल का फैसला बॉउंड्री कॉउंटबैक के आधार पर लिया गया था। यानी जिस टीम ने अपनी पारी में ज्यादा बॉउंड्री मारी वह टीम विजेता बनी। इस आधार पर इंग्लैंड पहली बार विश्व कप विजेता बन गया।
इस नियम की दुनिया भर में चौतरफा आलोचना हुई जिसके बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इस नियम को बदलने का फैसला कर डाला। दुबई में अपनी बोर्ड बैठक में आईसीसी ने फैसला किया कि वैश्विक टूर्नामेंटों के सेमीफाइनल और फ़ाइनल में यदि टीमें सुपर ओवर में एक बराबर रन बनाती हैं तो सुपर ओवर को बार-बार कराया जाएगा जब तक कोई टीम जीत नहीं जाती।
यदि यह नियम इस साल के विश्व कप से पहले होता तो इंग्लैंड और न्यूजीलैंड एक और सुपर ओवर खेलते और मैच का फैसला बॉउंड्री कॉउंटबैक के आधार पर नहीं होता। इंग्लैंड निर्धारित पारी में ज्यादा बॉउंड्री मारने के कारण विजेता बना था। आईसीसी ने एक बयान में कहा कि यह परिवर्तन जीतने के लिए विपक्षी टीम से ज्यादा रन बनाने के सिद्धांत को ध्यान में रख कर किया गया है। आईसीसी ने साथ ही कहा कि उसकी क्रिकेट समिति और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की समिति इस बात से सहमत थी कि सुपर ओवर से मैच का रोमांचक समापन होता है। आईसीसी ने बताया कि सुपर ओवर अब टी-20 और 50 ओवर के विश्व कप के हर मैच में इस्तेमाल होगा जबकि अब तक यह सिर्फ नॉकऑउट दौर में ही इस्तेमाल होता था और ग्रुप चरण में स्कोर बराबर रहने पर मैच टाई रहता था।