डलमऊ/रायबरेली। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते तीन महीने में तीसरी बार नहर की पटरी कटने से क्षेत्र के किसानों की सैकड़ों बीघे कृषि भूमि सिचाई से वंचित रह गई और वही बेशकीमती प्राकृतिक संपदा अर्थात पानी गेहूं की फसल की सिंचाई करने के बदले नालों में बह रहा है। बताते चलें कि गेहूं की फसल की सिंचाई के लिए किसान नहर में पानी आने का इंतजार कर रहे थे। जिसके लिए क्षेत्रीय किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों व तहसील के अधिकारियों से नहर में पानी छोड़ने के लिए मांग की थी। जिससे अधिकारियों द्वारा गंग नहर डलमऊ जल पंप से नहर में पानी छोड़ने का आदेश दिया गया था।
अभी मात्र दो-तीन दिन ही नहर में पानी आए हुए बीते थे कि मखदुमपुर व पूरे लालता गांव के बीच नहर की पटरी नहर में जलभराव के कारण कट गई। पुरवा ब्रांच गंग नहर के सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते डलमऊ क्षेत्र के मखदुमपुर व पूरे लालता के बीच अक्टूबर माह से दिसंबर माह के बीच नहर में जलभराव के कारण तीसरी बार नहर की पटरी कट चुकी है। जिससे नहर के पानी से गेहूं की फसल की सिंचाई होने के बजाय नाले से बह रहा है। और वही किसानों की गेहूं की फसल सिंचाई ना होने के कारण बर्बाद हो रही है।
वही इस बाबत उप जिलाअधिकारी डलमऊ सविता यादव ने बताया कि नहर कटने की सूचना प्राप्त हुई है। मौके पर नहर विभाग के अधिकारियों को सूचना दे दिया गया है। व लेखपाल को मौके पर भेज कर नुकसान का आकलन लिया जा रहा है। वही नहर विभाग के अधिकारियों को आदेशित किया गया है। कि तत्काल नहर की पटरी को बनवाने का काम करें ताकि किसानों के सिंचाई के लिए असुविधा ना हो सके।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा