भारत के लिए अच्छी खबर है। चंद्रयान 2 के लैंडर विक्रम से संपर्क के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का सहयोग कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नासा चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की लैंडिग से पहले और बाद की तस्वीरों को इसरो के साथ शेयर करेगा। इससे विक्रम को लेकर किए जा रहे अध्ययन में सहायता मिलेगी।
इसरो के एक अधिकारी के मुताबिक अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) विक्रम को रेडियो सिग्नल भेज रही है। नासा अपने मून ऑर्बिटर की मदद से विक्रम लैंडर की लैंडिंग साइट की तस्वीर लेने की कोशिश कर रहा है। इसरो भी लैंडर के साथ संपर्क साधने के लिए बंगलूरू के पास स्थित इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क (IDSN) के एंटेना का इस्तेमाल कर रहा है।
नासा ने चांद की सतह पर गतिहीन पड़े विक्रम लैंडर से संपर्क साधने के लिए उसे ‘हैलो’ मैसेज भेजा है। अपने डीप स्पेस ग्राउंड स्टेशन नेटवर्क के माध्यम से नासा के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी (जेपीएल) ने लैंडर के साथ संपर्क साधने के लिए विक्रम को एक रेडियो फ्रीक्वेंसी भेजी है। नासा के एक सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है।