सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को डॉ भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी के समय भी वकीलों की बड़ी भूमिका थी। आज भी देश में वकील समुदाय की बड़ी भूमिका है। बता दें सीएम गहलोत ने बगरू के दहमींकला में डॉ. भीमराव अम्बेडकर #विधि_विश्वविद्यालय परिसर का शिलान्यास किया।
आगे उन्होंने कहा कि कानून की नजर में सभी समान हैं तथा सबको न्याय पाने का समान अधिकार है। समानता का यह बुनियादी अधिकार भारतीय संविधान ने हम सबको दिया है, जिससे लोकतंत्र की जड़े मजबूत हुई है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना से राज्य सरकार का प्रदेश में सुदृढ़ न्यायिक व्यवस्था तथा सभी के लिए न्याय सुनिश्चित करने का उद्देश्य पूरा हो सकेगा।
वहीं बाबासाहेब को याद करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने देश के संविधान के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा हमारे महान नेताओं और महापुरूषों ने लोकतंत्र और संविधान के जरिए हमें कानून का राज विरासत में सौंपा।
इससे दुनिया को एक सुदृढ़ लोकतंत्र का रास्ता दिखाया। मुझे विश्वास है इस विश्वविद्यालय की जिस उद्देश्य से स्थापना की गई है उसके अनुरूप सभी विधि महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सकेगी। स्थाई परिसर बन जाने से शिक्षकों और विद्यार्थियों को बेहतर वातावरण मिल सकेगा। यह संस्थान प्रदेश का नाम रोशन करेगा।
डॉ. भीमराव अम्बेड़कर के नाम से स्थापित इस विश्वविद्यालय और इससे जुड़े कॉलेजों के विद्यार्थी वकालत और न्यायिक क्षेत्रों में जाकर समाज को बेहतर सेवाएं देंगे और पीड़ित को न्याय दिलाने में अग्रणी रहेंगे।
सीएम गहलोत ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा की 387 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले इस विधि विश्वविद्यालय की नींव रखा जाना प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। वर्षों पहले देखा गया सपना आज साकार हो रहा है।