लखनऊ। लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम-मंथन के तीसरे व अंतिम चरण के तहत रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ एक बार फिर भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) लखनऊ परिसर में हैं। प्रबंधन के विशेषज्ञ योगी के साथ मंत्रियों और शासन के वरिष्ठ अफसरों की टीम को निर्णय करने की क्षमता विकसित करने के मंत्र दे रहे हैं। उन्हें जोखिम का आकलन करने के गुर भी बताए जा रहे हैं। राजनीति के क्षेत्र में अगुआ की नैतिकता उसकी नेतृत्व क्षमता में चार चांद लगाती है, उन्हें यह भी समझाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा
रविवार सुबह आइआइएम लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आइआइएम के मंथन का अंतिम चरण आज समाप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री कहा कि पूरी दुनिया आर्थिक मंदी से जूझ रही है। ऐसे में मोदी सरकार ने करों की दरों में कटौती कर साहसिक निर्णय लिया है।
इससे अर्थ जगत को नई ताकत प्राप्त होगी। मंदी की मार झेल रहे उद्योगों को नई राहत मिलेगी। नए निवेश आएंगे और मौजूदा निवेशकों को फायदा होगा। दुनिया के अन्य देशों की अपेक्षा भारत मे टैक्स रेट अधिक होने के चलते भारत पिछड़ जाता था। अब साउथ एशिया में सबसे आकर्षक टैक्स रेट भारत का हो गया है।
उन्होंने कहा कि यूएस चीन ट्रेड वॉर से उपजे हालात भी भारत के लिये अवसर बनेगा। जिन कम्पनियों ने चीन से निकल दूसरा ठिकाना तलाशना शुरू किया है वे भारत आएंगी। देश को सबसे अच्छा निवेश डेस्टिनेशन बनाने की पहल का फायदा यूपी को भी काफी होगा, क्योंकि हम लोगों ने सेक्टरोल पॉलिसी तैयार की है।
मार्केट सेंटीमेंट को देखे तो आजादी के बाद का यह सबसे साहसिक निर्णय है। एक दिन में 7 लाख करोड़ रुपये की नई छलांग मार्केट में आई। टैक्स कट से यूपी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। 2006 से लेकर अब तक विभिन्न पॉलिसियों में जिन्होंने यूपी में निवेश किया है उन्हें भी इस छूट का लाभ मिलेगा। नए बदलाव से ऑटो,कैपिंटल इंसेटिव इंडस्ट्री फायदे में रहेगी।