औरैया में शुक्रवार को दोपहर के बाद केंद्रीय विद्यालय से स्कूली बच्चों को लेकर घर जा रहे ऑटो में सामने से आ रही तेज रफ्तार सीएनजी गैस टैंकर ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि ऑटो में सवार छात्र छात्राएं उछलकर सड़क पर इधर उधर दूर जा गिरे। चालक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक छात्र का तो पैर ही अलग हो गया। जिसकी अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई।
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जबकि आठ गम्भीर छात्र छात्राओ को 100 शैय्या अस्प्ताल चिचौली में भर्ती कराया गया। जानकारी मिलते ही पर रोते बिलखते परिजन आ गए। सूचना पर सीएमओ डॉ अर्चना श्रीवास्तव, एडीएम एमपी सिंह, सीडीओ अनिल कुमार, सीओ प्रदीप पहुंच गए थे। सीएमएस डॉ कुलदीप चिकित्सकों की टीम के साथ उपचार में जुटे गए। छह को गम्भीर हालत मे सैफई रेफर किया गया।
औरैया निवासी कई छात्र दिबियापुर एनटीपीसी स्थिति केंद्रीय विद्यालय में पढ़ते हैं। जिसमे कुछ छात्र एक ऑटो को बुक कर रोज आते जाते है। शुक्रवार को अमन वर्मा पुत्र रमाशंकर, वांशु त्रिपाठी पुत्र आशीष, कृष्ण पाल पुत्र मनोज पाल, अर्जुन पाल पुत्र मनोज, सानवी शर्मा पुत्री देवेंद्र, मुस्कान पोरवाल पुत्री राजीव, कामिनी यादव पुत्र शैलेन्द्र, अभिषेक पुत्र शैलेंद्र व दिव्यांश पाल पुत्र राकेश केन्द्रीय विद्यालय आये थे।
पेपर खत्म होने के बाद स्कूल की छुट्टी के बाद गांव शाहबदिया नीवासी चालक आशीष पुत्र राधाचरण ऑटो से छात्र छात्राओ को लेकर औरैया जा रहा था जैसे ही ऑटो औरैया रोड पर कंचौसी मोड़ के पास पहुंचा सामने से आ रहे तेज रफ्तार टैंकर ने टक्कर मार दी। ऑटो में बैठे सभी छात्र तितर बितर दूर जा गिरे।
घटना देख लोगो के दिल दहल गए। आस पास के लोग दौड़े और तब तक टैंकर चालक टैंकर छोडकर फरार हो गया। ऑटो चालक आशीष की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कक्षा 11 के छात्र अमन वर्मा का एक पैर ही कट गया था। लोगों ने एक बस रुकवाकर घायलों को 100 शैय्या जिला अस्पताल भिजवाया। एम्बुलेंस भी आ गई।
अस्पताल ले जाते समय अमन वर्मा ने भी रास्ते में दम तोड़ दिया। घायल छात्रों को भर्ती कराया गया। जिसमें वान्या त्रिपाठी, सूरज कामिनी, अर्जुन, कृष्ना व मुस्कान को सैफई रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही भी रोते बिलखते परिजन भी पहुंच गए थे तथा एडीएम सीएमओ भी पहुंच गए। घटना को लेकर हर किसी मे रोष था।
रोज ले जाने वाला ऑटो नही आया
बताते है की हर रोज बच्चों को ले जाने वाले में ऑटो में आज कोई खराबी आ गई थी। बच्चों के पेपर मिस न हो इसलिए उसने आशीष के ऑटो से बच्चो को स्कूल भेज दिया। पहली बार आषीष बच्चों को लेकर पहुंचा और हादसा हो गया
अब किसको राखी बांधूंगी
हादसे में मृत हुआ चालक आशीष इकलौता बेटा था। उसकी बहन ने कल ही भैया दूज का टीका किया था आज हादसे में मौत हो गई। बहन का रो रो कर बुरा हाल था। पत्नी व दो बेटियां भी दहाड़े मारकर रो रही थी। नजारा देख हर कोई स्तब्ध था हर आंख नम थी।
सबसे छोटे भाई को खो दिया
मृतक अमन वर्मा चार भाई बहनों में सबसे छोटा था। होली पर मस्ती के बाद आज इस हादसे ने परिवार को हिला दिया। भाई बहन के अलावा माता पिता का रो रो कर बुरा हाल था।
क्षमता से अधिक ऑटो में थे छात्र
ऑटो में क्षमता से अधिक छात्र थे। कुल दस छात्र छात्राओं के अलावा एक चालक था। लोगों का कहना था स्कूल प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। वही एआरटीओ को भी चेकिंग कर ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन