लखनऊ। योगी सरकार 27 से 31 जनवरी तक बिजनौर से कानपुर और बलिया से कानपुर तक गंगा यात्रा निकालने जा रही है। इस यात्रा के जरिये गंगा की स्वच्छता-निर्मलता के संदेश के साथ ही सरकार तटवर्ती क्षेत्रों का कायाकल्प भी करना चाहती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन सभी क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाएं विकसित करने और आर्थिक विकास पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि गंगा के प्रति हम सबकी आस्था है। जरूरत इस बात की है कि लोगों को गंगा की आर्थिक अहमियत भी समझाई जाए।
पांच दिन में 27 जिलों से होकर गुजरने वाली इस यात्रा की तैयारियों को लेकर योगी ने लोकभवन में संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री और नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। योगी ने कहा कि यह यात्रा गंगा के गुजरने वाले पांच प्रदेशों में पहली यात्रा है, जिसके उद्देश्य का संदेश जन-जन तक पहुंचे और यह गंगा के प्रति हम सबके दायित्व निवर्हन का प्रतीक बने। प्रभारी मंत्रियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में गंगा यात्रा की कार्ययोजना को अंतिम रूप देते हुए तैयारियां कराएं। जिला गंगा समितियों की भी बैठक अनिवार्य रूप से की जाए और प्रयास करें कि गंगा यात्रा में जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता रहे।