महराजगंज/रायबरेली। बृहस्पतिवार को कमिश्नर व आईजी ने लॉक डाउन में कई जगहों पर निरीक्षण कर सोशल डिस्टेंसिंग व साफ सफाई के निर्देश दिये। बताते चलें कमिश्नर मुकेश मेश्राम व आईजी एसक़े भगत ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कान्हा पशु गौशाला, जनता किचन व न्यू स्टेंडर्ड डिग्री कालेज में बनाए गए क्वारनटीन सेंटर का निरीक्षण किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कमिश्नर व आईजी ने सोशल डिस्टेंस एवं मरीजो तीमारदारों को बाहर हाथ धुलवाने की व्यवस्था क़े निर्देश दिए।
कान्हा पशु गौशाला पहुंचे अधिकारियों ने पशुओ की संख्या व चारा के विषय में पूछा तथा जानवरो को गुड़ व केला खिलाया। वहीं नगर पंचायत द्वारा जनता किचन में ईओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया की सोशल डिस्टेंस का पालन करा कर जरूरतमंदो को भोजन कराया जा रहा। इस दौरान एसपी स्वप्निल ममगई,एसडीएम विनय कुमार सिंह, सीओ राघवेंद्र चतुर्वेदी, प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार सिंह मौजूद रहे।
लखनऊ मण्डल के आयुक्त व नोडल अधिकारी कोरोना मुकेश मेश्राम व आईजी एसके भगत ने बचत भवन के सभागार में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु अधिकरियों को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित टीम, सर्विलास टीम, कोल्ड चेन मैनेटेन, लाउन्ड्री व्यवस्था, भोजन वितरण, साफ-सफाई, खरीदारी टीम आदि टीम अपने-अपने कार्यो के प्रति सजग व सर्तक रहने के साथ ही अपने कार्यो को भली-भांति जाने तथा उसका निर्वहन भी सरकार के स्वास्थ्य प्रोटोकाल के अनुरूप करें तथा प्रतिदिन अपने किये गये कार्यो की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि अपने सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल, महिला अस्पताल व तैयार किये गये क्वारंटीन सेन्टर आदि में समुचित व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखा जाये।
उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन केन्द्र इतने तैयार कर लें कम से कम 25 हजार लोगों को क्वारंटाइन में रखा जा सके तथा वही पर सभी मूल-भूत सुविधाओं से फैसिलेट कर लें। अधिकारी स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी मूलभूत सुविधाओं से पूरी तरह से लैस रहे। जिन अधिकारियों की डियूटी निरीक्षण व क्वारंटीन सेन्टर में लगाई गई है। ऐसे सभी कर्मचारियों को सीएमओं सभी भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकाल व गाईड लाईन के अनुरूप उपकरण, माक्स, सेनेटाइजर, पीपीटी किट आदि सभी व्यवस्थाओं से दुरूस्त रहें जिसके पास व्यवस्था नही है सीएमओं व सम्बन्धित गठित टीमो को मुहैया कराये तथा प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षु को भारत सरकार स्वास्थ्य प्रोटोकाल जानकारी पूरी तरह हो ताकि वह भली-भांति जो लोगों को प्रशिक्षण देना है और उन्हें ड्यूटी के लिए तैयार करें।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा