औरैया। एक कहावत है कि दूसरों के लिए गड्ढा खोदने के लिए पहले खुद उस गड्ढे में उतरना पड़ता है। यह कहावत जनपद में घटित एक अपराध के मामले में सच साबित होते हुए नजर आयी। जिला पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व प्रधान को फंसाने के लिए उसकी गाड़ी में नकली करेंसी नोट रखने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक बीती 7 सितम्बर को ब्लाक परिसर औरैया में ग्राम पंचायत क्योंटरा के प्रधान अखिलेश पाण्डेय की खड़ी बोलेरो कार में कुछ लोगों द्वारा षड़यंत्र कर छलपूर्वक 1,97,900 रूपए की नकली करेंसी नोट रख दिए गए थे। जिस मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर सुरेन्द्र नाथ यादव ने मंगलवार को इस सम्बन्ध में जानकारी देता हुए बताया कि आज सुबह संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बोलेरो कार में नकली करेंसी नोट रखने वाले अनूप त्रिवेदी व नागेन्द्र सिंह निवासी क्योंटरा एवं जितेन्द्र कुमार उर्फ टिलटिल उर्फ टी.टी. निवासी भदेख जालौन को नेशनल हाईवे पर भाऊपुर तिराहा के पास गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
तलाशी में उनके पास से 5,800 रूपए के नकली करेंसी नोट भी बरामद हुए। जबकि इनके दो साथी अंशू निवासी भदेख व विमल निवासी क्योंटरा मौके से भाग जाने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तगणों ने बताया कि क्योंटरा निवासी विमल त्रिवेदी ने अपने रिश्तेदार जालौन के भदेख के रहने वाले अंशू के साथ मिलकर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी क्योंटरा प्रधान अखिलेश पाण्डेय और उसके साथियों को नकली करेंसी नोट के झूठे अभियोग में फंसाने के लिए पैसे का लालच देकर ब्लाक परिसर में खड़ी प्रधान की बोलेरो गाड़ी में रखवाये गये थे। बताया कि इन नकली नोटों की व्यवस्था विमल अपने संपर्क सूत्रों से करके लाया था। बताया कि आज बरामद नकली नोट उन्हीं में से बचाकर अपने पास रख लिए थे। बताया कि तीनों अभियुक्तों को धारा 489ए, 489सी, 489ई/417 के तहत जेल भेज दिया गया है।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर