रामचरित मानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को लेकर शुरू हुआ बवडंर अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में मानस की प्रतियां जलाने के आरोप में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है।
इनमें से पांच को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। उधर, मानस प्रतियां जलाए जाने के खिलाफ सोमवार को हिंदूवादी संगठन सड़क पर उतर आए। लोगों के प्रदर्शन की वजह शहर के परिवर्तन चौक और आसपास भीषण जाम लग गया।
उधर, मानस प्रतियां जलाने के अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। हिंदूवादी संगठन स्वामी प्रसाद मौर्य की गिरफ्तारी की भी मांग कर रहे हैं। रामचरित मानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान के खिलाफ बरेलवी मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने भी एतराज जताया है।
मायावती ने बीजेपी और सपा पर बोला तीखा हमला, कह डाली ये बात
उन्होंने कहा है कि किसी भी धार्मिक पुस्तक के बारे में ऐसी टिप्पणियां जायज नहीं हैं। बता दें कि रविवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के लोगों ने वृंदावन योजना तिराहे पर विरोध प्रदर्शन किया था। महासभा के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने श्रीरामचरित मानस के पन्नों की प्रतियां जलाईं थीं।
कैसरबाग हनुमान सेतु निशातगंज और केजीएमयू को जाने वाले वाहन रेंगते नजर आए। इस बीच बार-बार 15 से 20 मिनट के लिए ट्रैफिक रोकना पड़ा। ओबीसी महासभा द्वारा रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के विरोध में हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक पर प्रदर्शन कर चेताया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न की गई तो आंदोलन तेज करेंगे।