• कब्जामुक्त कराई गयी चारागाह की भूमि पर बनाई गई गौशाला का हुआ शुभारंभ
औरैया/बिधूना। रुरुगंज क्षेत्र में सड़कों व खेतो में घूम रहे बेसहारा गोवंश के संरक्षण के लिए शासन की ओर से ग्राम पंचायत पूर्वा पीताराम में बनाई गई गोशाला का शुभारंभ किया गया। गुरूवार को मुख्य विकास अधिकारी औरैया व खंड विकास अधिकारी बिधूना ने विधिवत रूप से फीता काटकर गौशाला का शुभारंभ किया। इस दौरान ग्राम प्रधान भी मौजूद रही। गोशाला के संचालन की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंपी गई है।
ग्राम पंचायत पुरवा पीताराम (रुरुगंज) में आस-पास कही कोई गोशाला नहीं है, क्षेत्र के लोगो को छुट्टा व आवारा गौवंशों से निजात दिलाने हेतु शासन ने गौशाला बनवाने हेतु चारागाह की भूमि को चुना। पुरवा पीताराम में गढ़िया पर चरागाह के नाम से लगभग 40 बीघा जमीन अभिलेखों में अंकित है। उक्त भूमि को लगभग 4 माह पूर्व कब्जा मुक्त कर कर गौशाला हेतु नापी की गई थी। गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी औरैया अनिल कुमार सिंह व खण्ड विकास बिधूना अधिकारी जितेंद्र बाबू ने गौशाला में विधिवत पूजा-पाठ करने के बाद फीता काटकर शुभारंभ किया, साथ ही गौशाला में मौजूद गायों को चारा खिलाया।
उन्होंने गौशाला को आदर्श रूप से स्थापित किए जाने के लिए जनता के सहयोग की अपेक्षा भी की। कहा कि गौशाला में निराश्रित पशुओं के पालन-पोषण के लिए सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाओं को जुटाया जाएगा। बताते चलें कि सड़कों पर आवारा पशुओं से आए-दिन होने वाली दुर्घटनाओं व आमजन को हो रही परेशानी से निजात दिलाने के लिए ग्राम पंचायत पूर्वा पीताराम में गौशाला का निर्माण किया गया है।
गौशाला शुभारंभ के दौरान साथ मे ग्राम प्रधान अलका गुप्ता व प्रधान पति सुनील गुप्ता भी मौजूद रहे। प्रधान पति ने बताया कि ग्राम पंचायत में बनने वाली इस गौशाला की अनुमानित लागत 22 लाख रुपये है। गौशाला में टीन शेड, चारे के लिए नादें व अन्य व्यवस्थायें पंचायत निधि से कराई गयी हैं जबकि भूसा घर व पानी की व्यवस्था मनरेगा द्वारा की गई है।
उन्होंने आगे बताया कि गौशाला में अभी बाउंड्रीवाल और खड़ंजा का काम बाकी है जिसे जल्द ही पूरा कराया जाएगा। गौशाला समस्त क्षेत्र के लिए अत्यंत ही आवश्यक थी, जहाँ किसानों को भी आवारा गौवंश से निजात मिलेगी वही राहगीरों की भी राह आसान होगी। इस अवसर पर पंचायत सचिव प्रवीण यादव, अवधेश गुप्ता, मुकेश गुप्ता, महेश राजपूत, हर्ष गुप्ता, रविंद्र राजपूत आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन