लखनऊ। लखनऊ के पूर्व मेयर, पूर्व एमएलसी एवम् इतिहासविद डॉ. दाऊजी गुप्ता के आकस्मिक निधन पर गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट परिवार शोकाकुल है। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने बताया कि डॉ0 दाऊजी गुप्ता मिलनसार, अदबी, सियासी और समाजी शख्सियत थे। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता से उनके आत्मीय रिश्ते रहे। कांग्रेस से कार्यकर्ता के रूप में राजनीतिक सफर शुरू करने वाले दाऊजी गुप्ता ने सीबी गुप्ता के साथ मिलकर लखनऊ को एक नई पहचान दी।
अंग्रेज़ी, स्पैनिश, जर्मन, चाइनीज़, फ्रेंच समेत चौदह भाषाओं में एक जैसी वरीयता रखने वाले और दक्षिण की ज़ुबान को लखनवी उर्दू लहजे में बदलने का हुनर रखने वाली इकलौती नायाब शख्सियत थे दाऊ जी।
श्री शर्मा ने बताया कि आपातकाल के विरोध में जेल गए। बसपा ने उन्हें एमएलसी बनाया। लखनऊ के काफी हाउस में बैठकर किस्सागोई करना और गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट की गतिविधियों से आत्मिक लगाव उनकी ज़िंदगी का हिस्सा था। क़ाबलियत में उनके जोड़ का कोई नही था। वह जब बोलते तो लगता पीढ़ियों की अगर अपनी आवाज़ होगी, तो उनके जैसी ही होगी।
श्री शर्मा ने कहा कि दाऊजी से मेरा रिश्ता कोई पांच दशक पुराना था। वह लखनऊ की एक ऐसी शख्सियत थे, जिन्होंने कौमी एकजहती और सांझी विरासत को मजबूत करने की दिशा में अभूतपूर्व कार्य किए। गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट डॉ दाऊजी गुप्ता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता है।
शाश्वत तिवारी