रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चिकित्सा क्षेत्र में किंगजॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के योगदान की सराहना की। उन्होंने कोरोना संकट काल का विशेष रूप से उल्लेख किया। कहा कि यह संकट अप्रत्याशित व अभूतपूर्व था। फिर भी सरकार ने सही समय पर उचित निर्णय लिया। कोरोना योद्धा के रूप में चिकित्सकों व स्वास्थ्य सेवा कर्मियों ने योगदान दिया। इस कारण इस संकट से मुकाबला किया गया। लेकिन कोरोना संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है। ऐसे चिकित्सकों के साथ ही अन्य सभी लोगों को सजग रहने की आवश्यकता है। रक्षा मंत्री केजीएमयू के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए वर्चुअली
- केजीएमयू ने मनाया 114वां एवं 115वां स्थापना दिवस समारोह।
- 132 मेधावी छात्र-छात्राओं को किया गया मेडल व अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। राजनाथ सिंह ने कहा कि कम समय में ही उन्होंने चिकित्सा विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
गरीबों के लिए आयुष्मान
सरकार ने कोरोना वैक्सीन के वितरण की पूरी तैयारी हो चुकी हैं तथा वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जल्द ही इस वैक्सीन को बनाने का काम पूरा कर लेंगे। देश में निर्धन वर्ग चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। जिसके अंतर्गत वर्तमान समय तक लगभग डेढ़ करोड़ लोगों ने निशुल्क चिकित्सा प्राप्त की है।
कुलपति ने प्रस्तुत की प्रगति आख्या
समारोह का शुभारंभ कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी के स्वागत सम्बोधन के साथ हुआ। उन्होंने चिकित्सा विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। एमबीबीएस छात्रों के पहले बैच ने अक्टूबर 1911 में 31 छात्रों के साथ किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में प्रवेश किया। तब से, केजीएमयू ने तीस हजार से अधिक पूर्व छात्रों को चिकित्सक बनाने का कार्य किया। भारत और दुनिया भर में चिकित्सा पेशे की सेवा कर रहे हैं। गांधी मेमोरियल एवं सम्बद्ध अस्पतालों में किसी भी समय भर्ती किए गए ऑन-बेड समान संख्या वाले रोगियों के साथ चार हजार से अधिक कार्यात्मक बेड हैं। पूर्व कोविड समय में ओपीडी में प्रतिदिन लगभग दस हजार नए रोगियों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान की गई। इसके साथ ही चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा सभी ओपीडी को पुनः संचालित कर दिया है।
मेडिकल संबन्धी पुस्तकों का विमोचन
स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी, प्रो. अमिता जैन, ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉ. अजय सिंह, संकाय ओरल एंड मैक्सोफेशियल विभाग की प्रो. दिव्या मेहरोत्रा, एनाटॉमी विभाग की प्रो. ज्योति चोपड़ा,नर्सिंग से संबंधित जानकारी के लिए नर्स उर्वशी शर्मा द्वारा चिकित्सा क्षेत्र संबन्धी किताबों तथा अधिष्ठाता,दंत संकाय, डॉ. अनिल चंद्रा और डॉ. रामेश्वरी सिंघल द्वारा जारी दंत संकाय के बुलेटिन का विमोचन किया गया। समारोह का संचालन प्रो. अमिता पाण्डेय व प्रो. पुनीता मानिक ने किया।