नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बीवीआर सुब्रमण्यम ने बुधवार को कहा कि ‘विकसित भारत’ सिर्फ एक सपना नहीं बल्कि एक संभावना है और ज्यादातर अनुमानों के अनुसार भारत 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
सुब्रह्मण्यम ने 10वें वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत लंबी छलांग लगाने की स्थिति में है। उन्होंने कहा, “विकसित भारत सिर्फ एक सपना नहीं है, यह एक संभावना है।” उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक दृष्टिपत्र तैयार किया जा रहा है और इसे प्रधानमंत्री जनवरी के अंत तक जारी करेंगे।
सुब्रमण्यम ने कहा, “ज्यादातर अनुमानों के मुताबिक भारत 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।” उन्होंने कहा कि यदि सभी राज्य ‘विकसित’ (विकसित) बन जाते हैं तो राष्ट्र भी विकसित बन सकता है। नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि भारत में भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर विस्तार हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘भारत अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि यह देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। 2023 में, नीति आयोग को 10 क्षेत्रीय विषयगत दृष्टिकोणों को विकसित भारत @2047 के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण में बदलने का कार्य सौंपा गया था। विकसित Bharat@2047 देश की सौंवी स्वतंत्रता दिवस तक यानी 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दृष्टि है।
इस दृष्टि में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो 2022-23 के 7.2 प्रतिशत से अधिक है।