लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल द्वारा पूरे प्रदेश में उन्नाव में किसानों पर बर्बरतापूर्वक किये गये लाठीचार्ज के विरोध में कल पूरे प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन/ज्ञापन देकर लाठीचार्ज की उच्चस्तरीय जांच तथा किसानों को वर्तमान दरों पर मुआवजा दिये जाने की मांग की गयी। रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जनपदों में रालोद की जिला व महानगर इकाईयों ने अपने-अपने जनपद में किसानों के समर्थन तथा अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन व ज्ञापन दिये।
जिसमें उन्नाव में घायल हुये किसानों को उचित मुआवजा दिया तथा किसानों के ऊपर दर्ज किये गये मुकदमों को तत्काल वापस लिया जाय। बकाया गन्ना मूल्य का ब्याज भुगतान किया जाय, गन्ना मूल्य लागत का डेढ़ गुना के हिसाब से 450 रूपये प्रति कुन्तल किया जाय तथा धान क्रय केन्द्रों पर की जा रही घटतौली को रोका जाय।
रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि उन्नाव में किसानों के ऊपर जिस तरह का अत्याचार हुआ है वह अग्रेंजी की हुकूमत की याद दिलाता है। अपने आपको किसानों की हितैषी बताने वाली भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में प्रदेश में किसानों पर अत्याचार बढे हैं और अपनी जायज मांगों के लिए आन्दोलन कर रहे किसानों पर लाठी-डण्डे चलाना कहां का न्याय है। उन्होंने कहा कि सरकार उन्नाव के किसानों की समस्या को शीघ्र सुलझाने का काम करें। उन्होंने कहा कि किसानों का उत्पीडन राष्ट्रीय लोकदल बर्दाष्त नहीं करेगा।
इसी क्रम में आज राजधानी लखनऊ में भी जिलाध्यक्ष बेला प्रताप राजवंशी तथा महानगर अध्यक्ष अनीता यादव के संयुक्त नेतत्व में रालोद पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में वसीम हैदर, प्र.यज्ञदत्त शुक्ल, किरन सिंह, बीएलप्रेमी, रमावती तिवारी, चन्द्रकांत अवस्थी, सम्राट सिंह चैहान, रामदीन भारती, विशाल, इमरान अली नेता मौजूद थे।