प्रो राय ने पेशकश की कि वह बांग्लादेश को नई प्रणाली की खूबियों को समझने में मदद कर सकते हैं जो खतरों के समूची विकास के अनुकूल है, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करती है
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Wednesday, May 11, 2022
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल की सलाह के पर, बांग्लादेश के उच्चायुक्त जनाब मोहम्मद इमरान और उनके राजनीतिक सलाहकार ने, बुधवार को, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के साथ एक घंटे की लंबी बैठक की। इस बैठक में BRACK सहित बांग्लादेश में शीर्ष विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाशी गईं।
उच्चायुक्त महोदय लखनऊ विश्वविद्यालय के पिछले 2 साल में हुए नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन एवं विश्वविद्यालय के छात्रों को इसके अंतर्गत प्रदान की गई फ्लैक्सिबल एंट्री और एग्जिट सुविधाओं से काफी प्रभावित हुए। प्रो राय ने पेशकश की कि वह बांग्लादेश को नई प्रणाली की खूबियों को समझने में मदद कर सकते हैं जो खतरों के समूची विकास के अनुकूल है, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करती है और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अकादमी तौर पर तैयार करती है।
प्रो. राय ने पिछले तीन दशकों में बांग्लादेशी अर्थव्यवस्था के संरचित विकास के विवरण की भी सराहना की। दोनों ने निजी विश्वविद्यालयों के बारे में अपनी चिंताओं को साझा किया और अकादमिक आदान-प्रदान के माध्यम से परस्पर सीखने की आशा व्यक्त की। माननीय उच्च युक्त महोदय ने उल्लेख किया कि चालीस हजार से अधिक भारतीय बांग्लादेश में विश्व के दूसरे सबसे बड़े परिधान उद्योग की मदद कर रहे हैं। महिला सशक्तिकरण, तथा राष्ट्रीय और सांस्कृतिक गौरव बनाए रखने वाली तकनीकी शिक्षा की आवश्यकता पर भी चर्चा हुई।
प्रो. पूनम टंडन, डीन स्टूडेंट वेलफेयर, प्रो राकेश चंद्र, डीन एकेडमिक, प्रोफेसर राजीव पांडे, डीन रिसर्च और प्रो संगीता साहू भी चर्चा में उपस्थित थे. माननीय उच्चायुक्त महोदय ने कुलपति को बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान पर एक पुस्तक भेंट की और कुलपति ने उन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय की कॉफी टेबल बुक भेंट की।