– नगर आयुक्त अजय कुमार द्वेवदी की पहल पर लखनऊ नगर निगम ने की 93 बच्चों के भविष्य को संवारने की अनूठी पहल
– कान्हा उपवन गौशाला में कार्यरत गौ सेवकों के बच्चे परिसर में खुले स्कूल में प्राप्त करेंगे शिक्षा
– विद्यालय में 3 सहायक अध्यापिका, 1 सहायक अध्यापक सहित कुल 4 अध्यापक किये गए तैनात
– समस्त बच्चों के लिए बैग, ड्रेस, कॉपी, किताबे, स्टेशनरी भी निःशुल्क कराई जाएगी उपलब्ध
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Wednesday, May 11, 2022
लखनऊ। लखनऊ नगर निगम का कान्हा उपवन एक बार फिर मिसाल बना है। इस गौशाला में एक अनूठी पहल शुरू की गई है। गौ सेवकों के बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए परिसर में ही विद्यालय खोला गया है।
इस विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती भी कर दी गई है। खास बात यह है कि 09 मई से इस विद्यालय में सुबह 8:30 से दोपहर 12: 00 बजे पढ़ाई शुरू हो चुकी है। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी के निर्देश पर गौशाला परिसर में रहने वाले 93 बच्चों का भविष्य संवारने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक यह बच्चे कहीं भी शिक्षा प्राप्त नहीं कर रहे थे।
अमौसी के पास नादरगंज औद्योगिक क्षेत्र में लखनऊ नगर निगम की ओर से संचालित कान्हा उपवन गौशाला में कार्यरत गौ सेवकों के सामने अपने बच्चों को पढ़ाने का बड़ा संकट था। ये बच्चे कहीं पढ़ने नहीं जाते थे।
नगर आयुक्त अजय कुमार द्वेवदी के सामने जब यह समस्या आई तो उन्होंने गौशाला परिसर में रहने वाले 93 बच्चों के लिए विद्यालय खोलने का आदेश दिया। इस विद्यालय में 3 सहायक अध्यापिका एवं 1 सहायक अध्यापक सहित कुल 4 अध्यापकों की तैनाती भी करा दी गई।
परिसर में विद्यालय खुल जाने के बाद गौ सेवकों के बच्चों के लिए पढ़ाई लिखाई करना काफी सुलभ हो गया है। अब वो भी पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़े हो सकेंगे और भविष्य को संवार सकेंगे। नगर आयुक्त ने यह भी आदेश दिया है कि वर्तमान में सभी बच्चों की स्क्रीनिंग करते हुए 3 दिन में उनके बौद्धिक स्तर के अनुसार कक्षा का आवंटन किया जाए।
नगर निगम विद्यालय में नाम इसे दर्ज कराया जाये जिससे उनकी शिक्षा सुचारू रूप से चले। गौशाला परिसर में स्थित विद्यालय के बच्चों के लिए बैग, ड्रेस, कॉपी, किताबे, स्टेशनरी आदि भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
रिपोर्ट-दयाशंकर चौधरी