कोरोना की यह दूसरी लहर अधिक भयावह है। चिकित्सा की पर्याप्त व प्रभावी व्यवस्था करना सरकार का दायित्व है। जबकि गाइडलाइन के पालन में सभी लोगों जागरूक रहना होगा। इन दिनों पर्वों का समय है। सभी धर्म के लोग उत्साह के साथ इन्हें मनाते है। लेकिन यह आपदा का समय है। कोरोना के पिछले संकट में सभी लोगों ने आत्म संयम का भी परिचय दिया था।
तब भी अनेक पर्व पड़े थे, लेकिन लोगों ने एकजुटता के अनुरूप संयमित आचरण किया था। इस कारण तब संकट को न्यूनतम करने में सफलता मिली थी। उस समय भी सभी धर्म गुरुओं ने लोगों से अपने घरों में रहकर पर्व मनाने की अपील की था। इसका व्यापक असर हुआ था। एक बार फिर ऐसे ही संकल्प की आवश्यकता है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के धर्माचार्यों से भी कोरोना संकट से मुकाबले में सहयोग की अपील की है।
वर्चुअल संवाद आनन्दी बेन ने में कहा कि कोरोनो की पहली लहर में सबका सहकार मिला और सबने मिलकर काम किया, जिससे हम मानवता की रक्षा कर सके। सभी ने अपना अपना दायित्व निभाया। अब यह दूसरी लहर अधिक खतरनाक है,संक्रमण तेज है, कम समय में काफी केस आ गये हैं। रोकथाम एवं उपचार हेतु सभी तरह के उपाय हो रहे हैं। सभी धर्मगुरूओं ने जो कोविड नियंत्रण के उपायों को अमल में लाये हैं यह सराहनीय है आप सभी को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें।
राज्यपाल ने जनसामान्य से अपील की कि कोविड-19 के सुरक्षात्मक उपायों का कड़ाई से सभी पालन करें। मास्क लगाने के साथ साथ दो गज की दूरी बनाएं रखें। उन्होंने धर्माचार्यों से अपील की कि 45 वर्ष तथा उससे ऊपर के उम्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें तथा वैक्सीन के संबंध में फैलायी जा रही अफवाहों से बचे। उन्होंने धर्माचार्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी साथ मिलकर कोरोना को हराएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी धर्म गुरुओं अभिनंदन किया। उन्होंने वर्चुअल संवाद में कहा की लड़ाई समाज के हर तबके की है। जिसमें सभी धर्म गुरुओं का सहयोग भी अपेक्षित है। योगी ने कहा कि जिस प्रकार आपने आस्था से ऊपर मानव को रखा है उसके लिए हृदय से धन्यवाद देता हूं। मुख्यमंत्री ने नवरात्रि एवं रमजान के लिए शुभकामनाएं दी तथा कहा कि आस्था को एक ओर रखकर मानवता के लिए प्रयास करना चाहिए।