लखनऊ। रालोद नेता रोहित अग्रवाल ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यूपी के अस्पतालों में डेंगू के बढ़ते मामलों से अफ़रातफ़री का मौहाल बना हुआ है। राजधानी लखनऊ में प्रतिदिन 20 से ज्यादा मरीज़ मिल रहे हैं। बनारस, जौनपुर और गाजियाबाद सहित कई जिलों का बुरा हाल है। लेकिन सरकार डेंगू के रोकथाम और इलाज की उचित व्यवस्था करने में पूरी तरह असफल है।
रालोद व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि डेंगू के मरीज़ जान बचाने के लिए सरकारी अस्पतालों के भरोसे हैं लेकिन वहां पर न समय से डॉक्टर देखने आते हैं और न ही नर्स। रात में मरीजों की हालत बिगड़ने पर भी डॉक्टरों का कोई अता-पता नहीं रहता। उन्होंने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी डेंगू का प्रकोप जारी है। लोगों का आरोप है कि सरकारी विभागों ने डेंगू मच्छर को पनपने से रोकने वाले छिड़कावों को बंद कर दिया है। साथ ही इसकी जागरूकता को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
Aरोहित अग्रवाल ने कहा कि डेंगू के बेतहाशा बढ़ते मरीजों के हिसाब से यह साल यूपी का सबसे ख़राब साल माना जा रहा है। यूपी सरकार के पास डेंगू से बीमार होने और इस बीमारी से मरने वालों का कोई पुख्ता आंकड़ा नहीं है। मीडिया में जो रपटें छप रही हैं उससे पता चलता है कि स्वास्थ्य महकमा मरीजों की जितनी तादाद गिना रहा है, असल संख्या उससे पचास-साठ गुना ज्यादा है। वहीं, स्वास्थ्य महकमा आंकड़ों में खेल करके मरीजों की संख्या पिछले सालों के अनुपात में कम बताकर अपनी पीठ ठोंक रहा है। जबकि, अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की भरमार, स्वास्थ्य विभाग के झूठे आंकड़ों की साफ गवाही दे रहे हैं।