चन्दौली। जनपद में धान खरीद में किस तरीके से चारों तरफ गड़बड़ी उजागर हो रही है इसको किसानों से अधिक शायद कोई नहीं जान पायेगा। बता दें कि जब से धान की खरीद शुरू हुई है तभी से इस योजना में बिचौलियों की सक्रियता बढ़ गयी है।
जिसके कारण अभी भी बहुत से किसानों के धान खलिहानों में पड़े भिग रहे हैं। पहले ऑनलाइन और ऑफलाइन के चक्कर में किसानों को चक्करघिन्नी कराया गया फिर केन्द्र प्रभारियों के कृपा पर किसानों को छोड़ दिया गया। ऐसे में बिचौलियों की फिर बहार आ गयी।लोगों का आरोप है कि कितने सेंटरों पर तो केवल किसान अंगूठा लगाने आते हैं उनका धान कहां बिका इसकी जानकारी दूसरे को नहीं हो पाती।लापरवाही का आलम यह है।
कि विगत 27 दिसंबर को कौड़िहार यूपी एस एस के सेन्टर पर किसानों का गिराया गया धान सेन्टर बन्द होने से आज तक बिक नहीं पाया है।किसान इस बरसाती मौसम में अपने धान को बचाने के लिए त्रिपाल का सहारा ले रहे हैं, उनके धान की तौल कब होगी यह पता नहीं। मसोई नेफेड के सेन्टर पर धान बिक्री को लेकर प्रभारी से किसानों की तक झक हो गयी। केराय गांव सेन्टर पर लचर व्यवस्था के चलते किसानों के धान खलिहानों और दरवाजों पर पड़े भिग रहे हैं जिससे किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीरें मोटी हो गयी है। एक किसान नेता ने जिला प्रशासन से इस समस्या पर आवश्यक रूप से ध्यान देनें की अपील की है।
रिपोर्ट-अमित कुशवाहा