नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी से जुड़े लोगों के परिसरों में छापामारी की कार्यवाई को अंजाम दिया । यह छापेमारी रक्षा सौदे में लोगों द्वारा कथित तौर पर रिश्वत लेने के संबंध में मारे गए हैं। राहुल गाँधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान Suman Jyoti Khaitan का कहना है कि यह सब वर्तमान मोदी सरकार के इशारे पर किया जा रहा है जो चुनावी रंजिश का परिणाम है।
सरकार ने सीबीआई,ईडी और आयकर का सहारा
सुमन ज्योति ने कहा सरकार ने बीते पांच वर्षो मेरे क्लाइंट रॉबर्ट वाड्रा को डराने आैर उनकी छवि को धूमिल करने में कोर्इ कोर कसर नहीं छोड़ी है। इसके लिए सरकार ने सीबीआई,ईडी और आयकर विभाग समेत सभी एजेंसियों का सहारा लिया। चौंकाने वाली बात तो यह है कि सरकार या ईडी बार-बार आग्रह करने के बाद भी कार्यालय खोलने के लिए कर्मचारियों का इंतजार नहीं कर रहे थे,बल्कि दरवाजों और तालों को तोड़ दिया।
चुनावों में लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दे से हटाने
ज्योति खेतान की माने तो वाड्रा ने सभी एजेंसियों के समन के जवाब देते समय मांगे गए सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं, बावजूद इसके यह कदम उठाया गया। सबसे जरूरी बात तो यह है कि मेरे क्लाइंट के खिलाफ बिना कोर्इ मुकदमा दर्ज किये बगैर हुआ है।
ज्योति खेतान ने कहा कि देश के पांच राज्यों में हो रहे चुनावों में लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दे से हटाने के लिए सरकार के इशारे पर यह सबकुछ किया जा रहा है। ये छापे मारी बदले की भावना आैर आैर मेरे क्लाइंट राॅबर्ट वाड्रा को बदनाम करने की वजह से की गर्इ है।