इजराइल और हमास गुरुवार को संघर्ष विराम के लिए सहमत हो गए. 11 दिन तक चले इस युद्ध की वजह से गाजा पट्टी में तबाही मची. अधिकांश इजराइल में जीवन ठप हो गया और 200 से अधिक लोग मारे गए.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पट्टी में 11 दिन से चल रहे सैन्य अभियान को रोकने के लिए एकतरफा संघर्षविराम को मंजूरी दी है. मीडिया में आयी खबरों में कहा गया है कि हमलों को रोकने के लिए अमेरिका की ओर से दबाव बनाए जाने के बाद यह फैसला किया गया है.
संघर्ष विराम की घोषणा पर नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उनके सुरक्षा मंत्रिमंडल ने इजरायल के सैन्य प्रमुख और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की सिफारिशों के बाद मिश्र के संघर्ष विराम प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है.
बयान में कहा गया कि ऑपरेशन में महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी मिलीं जो बहुत अभूतपूर्व हैं. बयान के मुताबिक राजनीतिक नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि जमीनी हकीकत ऑपरेशन का भविष्य तय करेगी. इजरायली पीएम के दफ्तर द्वारा जारी किए गए इस बयान को हमास के लिए धमकी की तरह माना जा रहा है.
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस लड़ाई में 65 बच्चों और 39 महिलाओं सहित कम से कम 230 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. वहीं 1,710 लोग घायल हो गए. दूसरी ओर इजराइल में 5 साल के लड़के और 16 साल की लड़की समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी.
इसके साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल-गाजा युद्ध विराम की पुष्टि की है. बाइडेन ने युद्ध विराम के लिए इजराइल की सराहना की. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने आतंकवादी समूहों से खुद का बचाव करने के लिए इजरायल का समर्थन किया.
राष्ट्रपति बाइडेन कहा कि उनका प्रशासन यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि भविष्य के लिए आयरन डोम सिस्टम की पूतिज़् की जाए. बाइडेन ने कहा कि मेरा मानना है कि हमारे पास आगे बढ़ने का एक वास्तविक अवसर है और मैं इसके लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.