कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम हुआ है, लेकिन यह संकट समाप्त नहीं हुआ है। इसके अलावा ब्लैक व वाइट फंगस भी असर दिखा रहा है। कोरोना की तीसरी लहर भी संभावित बताई जा रही है। ये सभी आफत रूप भी बदल रही है। ऐसे में सतत सावधानी की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश कई राज्यों तथा नेपाल राष्ट्र की सीमा से जुड़ा है।
इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता नहीं होनी चाहिए। वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए प्रभावी तैयारियां सुनिश्चित की जाएंगी। सभी मेडिकल काॅलेजों में सौ बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू वाॅर्ड तैयार किया जाए। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा पिछले तीन चार वर्षाें से कार्य भी किया गया है।
पोस्ट कोविड वाॅर्ड की भी स्थापना कर मरीजों का इलाज सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच और इलाज के सम्बन्ध में प्राइवेट लैब व निजी अस्पतालों द्वारा मनमानी और ओवर चार्जिंग की स्थिति में उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। सभी कोविड सम्बन्धी जांच व उपचार के लिए रेट निर्धारित हैं। निजी एम्बुलेंसों द्वारा भी मनमाना किराया वसूली को रोका जाए। एम्बुलेंस पर रेट लिस्ट चस्पा रहे। उन्होंने कहा कि बीस दिनों में एक्टिव केस में किरीब त्रेसठ प्रतिशत की कमी आई है। वर्तमान में रिकवरी दर किरीब बानवे प्रतिशत हो गई है। सभी जनपदों में वेंटिलेटर्स तथा ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर उपलब्ध कराये गये हैं।
ये उपकरण क्रियाशील रखना अनिवार्य है। नोडल अधिकारियों को इनकी क्रियाशीलता तथा इनके उपयोग के सम्बन्ध में रिपोर्ट उपलब्ध करानी होगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीएचसी पीएचसी तथा हेल्थ वेलनेस सेण्टर प्रभावी रूप से क्रियाशील किये जाएं। वहां सभी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा गांव,कोरोना मुक्त गांव के दृष्टिगत टीम वर्क के साथ कार्य किया जाए।