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संक्रमण के दौर में उद्यमिता विकास

रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

यह संक्रमण का समय है। एक तरफ कोरोना संकट व लॉक डाउन ने उद्यम संबन्धी गतिविधियों को बाधित किया है,वहीं दूसरी तरफ भविष्य को संवारने की मंसूबा भी है। इस दिशा में सकारात्मक सोच के साथ विचार विमर्श भी चल रहा है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल द्वारा कोविड-19 संक्रमण के दौर में उद्यमिता विकास के अभिनव तकनीक विषय पर तीन दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया।

उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा थे, तथा सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो०आलोक कुमार राय द्वारा की गयी। डॉ. दिनेश शर्मा इस संकट काल में सकारात्मक चिंतन को सराहनीय बताया। यह विश्वास दिलाया कि एकजुट प्रयास से कोरोना के खिलाफ जंग में भारत को सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने कुलपति एवं शिक्षकों द्वारा संक्रमण काल में किए जा रहे बहु आयामी प्रयासों को सराहनीय बताया। कहा कि जब उन्हें अन्य स्रोतों से विश्वविद्यालय के उच्चतम उपलब्धियों एवं नव-विचारों के बारे में प्रशंसा सुनने को मिलती है,अत्यंत संतुष्टि एवं प्रसन्नता प्राप्त होती है।

लखनऊ विश्वविद्यालय ई-लर्निंग, ई-कंटेंट, विद्यार्थी ओपीडी, सामुदायिक सेवा तथा विश्वविद्यालय प्रशासन कार्यप्रणाली के क्षेत्र में राज्य स्तर पर अग्रणी भूमिका निभा रहा है। डॉ. शर्मा शताब्दी वर्ष में लखनऊ विश्वविद्यालय के उन्नयन हेतु केंद्र सरकार स्तर पर भी प्रयासरत है।

कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि माननीय उप मुख्यमंत्री के स्नेह एवं विश्वविद्यालय उच्चीकरण हेतु प्रतिबद्धता का ही परिणाम है कि उचित दिशा निर्देशन एवं विभिन्न गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त होती रहती है। बताया कि ऑनलाइन मॉडल्स, ई-न्यूज़लेटर, वेबसाइट पुनर्गठन, कम्युनिटी किचन, प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण इत्यादि पर लखनऊ विश्वविद्यालय अपनी पहल कर रहा है।

लखनऊ विश्वविद्यालय में इन्क्यूबेशन सेण्टर, वीमेन इंटरप्रेन्योरशिप सेल स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया। वेबिनार की संयोजक सी.पी.सी. की निदेशिका एवं डीन कॉलेज डेवलपमेंट कॉउंसिल प्रो. मधुरिमा लाल ने वेबिनार के मुख्य अतिथि तथा अध्यक्ष सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया। वेबिनार के विषय का विस्तृत परिचय प्रस्तुत किया। कहा कि विश्वविद्यालय की प्रगति में उप मुख्यमंत्री का सहयोग प्रेरणादायक है। कुलपति भी इसके प्रति प्रयास कर रहे है। सीपीसी ने अपने लगभग दो वर्ष के कार्यकाल में दस हजार से अधिक विद्यार्थियों को क्षमता निर्माण एवं रोज़गार योग्य बनाने हेतु प्रशिक्षित किये है तथा एक हजार से अधिक लोगों को रोज़गार दिलाया है।

डॉ. दिनेश शर्मा के प्रयास के फलस्वरुप इस सेल में महात्मा गाँधी रोज़गार पीठ की भी स्थापना हुई है। वेबिनार के प्रथम सत्र में प्रो एके सेनगुप्ता, पूर्व प्रति कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था एवं विशेषतया उद्यमिता विकास पर कोविड-19 के प्रभावों की विस्तृत चर्चा की गयी। उन्होंने बताया कि इस महामारी के परिणामस्वरूप जी डी पी दर में 1 से 1.5 प्रतिशत कम होने सम्भावना है तथा अर्थव्यवस्था थ्री ट्रिलियन से कम होकर लगभग टू ट्रिलियन USD तक आ सकती है। चीन से अपना व्यवसाय समाप्त कर उद्यमियों को भारत में आकर्षित करने का सुनेहरा अवसर है। इसके अतिरिक्त भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के डा. आशीष भटनागर ने कोविड संक्रमण के पश्चात उद्यमिता सम्भन्धी चुनौतियों विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किया। एक अन्य विशिष्ट वक्ता डॉ. अपर्णा मिश्रा ने CWEHUB की समस्याओं एवं संभावनाओं पर अपना ज्ञानवर्धक वक्तव्य प्रस्तुत किया।

वेबिनार में दो हजार से अधिक सहभगियो ने अपना पंजीकरण कराया तथा अधिकांश लोगों ने पूरे समय अपनी उपस्थिति सुनिश्चित की। वेबिनार में डीन कॉमर्स एवं साइंस प्रो०एस०के०शुक्ला,डीन विधि संकाय प्रो. सीपी सिंह डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. पूनम टंडन तथा विश्विद्यालय के सम्मानित शिक्षको ने भी सहभागिता की। वेबिनार के आयोजन मंडल में प्रो. एम के अग्रवाल, प्रो. गौरी सक्सेना, प्रो. मधुरिमा प्रधान, प्रो. श्रुति, संजय मेधावी, डॉ. वैशाली, डॉ. सुनीता एवं डॉ. एके सिंह प्रमुख थे।

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