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हर माह की 20 तारीख तक एचएमआईएस पोर्टल पर फीड करें परिवार नियोजन का डाटा

• एनएचएम के तहत शहरी परिवार कल्याण कार्यक्रम की सेवाओं में हो रहा गुणवत्तापूर्ण सुधार

• निजी चिकित्सालयों में परिवार नियोजन सेवाओं की पहुँच व उपलब्धता को और अधिक बढ़ाना

• एचएमआईएस पोर्टल पर समय से करेंगे डाटा फीडिंग तो बढ़ेगी हेल्थ रैंकिंग व गुणवत्तापूर्ण सेवाएं

• निजी चिकित्सालयों व सेवा प्रदाताओं के साथ समन्वय एवं क्षमता वर्धन पर आयोजित हुई बैठक

वाराणसी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शहरी परिवार कल्याण कार्यक्रम को सुदृढ़ीकरण करने के लिए बृहस्पतिवार को निजी क्षेत्र की सम्बद्ध चिकित्सा इकाईयों व सेवा प्रदाताओं के साथ समन्वय एवं क्षमता वर्धन की बैठक आईएमए सभागार में आयोजित की गई। यह बैठक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन व ‘दी चैलेंज इनिशिएटिव’ पॉप्युलेशन सर्विसेज़ इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया के सहयोग से आयोजित की गई। बैठक में समस्त निजी चिकित्सालयों से कहा गया कि हर माह की 20 तारीख तक हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर परिवार नियोजन का डाटा फीड करें जिससे समस्त डाटा को 25 तारीख तक अपलोड किया जा सके।

हर माह की 20 तारीख तक एचएमआईएस पोर्टल पर फीड करें परिवार नियोजन का डाटा

बैठक में डिप्टी सीएमओ (एनयूएचएम) डॉ अमित सिंह ने कहा कि सरकारी चिकित्सा इकाईयों के साथ ही निजी चिकित्सालयों में भी परिवार नियोजन सेवाओं की पहुँच व उपलब्धता को और अधिक बढ़ाना है। इसके लिए निजी क्षेत्र के चिकित्सालयों में परिवार नियोजन की सेवा लेने वाले लाभार्थियों की शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग व डाटा फीडिंग, हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर समय से हो तो जनपद में गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान की जा सकेंगी और रैंकिंग में भी सुधार होगा।

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उन्होंने बताया कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) की तुलना में एनएफ़एचएस-5 (2019-21) की रिपोर्ट में परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों, परंपरागत साधनों और अनमेट नीड (अपूर्ण जरूरतों) में गुणवत्तापूर्ण सुधार आया है। हैल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में वाराणसी ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। पहले जहां मिनी लेप्रो और आईयूसीडी सेवा पर ज़ोर दिया जाता था लेकिन अब निजी चिकित्सालयों में बास्केट को च्वोइस (समस्त स्थायी व अस्थायी साधन) पर जोर दिया जा रहा है।

हर माह की 20 तारीख तक एचएमआईएस पोर्टल पर फीड करें परिवार नियोजन का डाटा

उन्होंने निजी क्षेत्र के समस्त चिकित्सालयों से कहा कि परिवार नियोजन पोस्टर, आईईसी व परामर्श के प्रदर्शन के लिए अस्पताल में जगह बनाएं, कंडोम बॉक्स स्थापित करें, सेवाओं और रिपोर्टिंग के लिए रिकॉर्ड बनाकर रखें, माह में एक बार निजी चिकित्सालयों के कर्मी शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण दिवस सत्र पर विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में लोगों को जागरूक करें, उच्च मात्रा की सुविधाएं के लिए लोगों को प्रशिक्षित करें, अच्छा कार्य करने वाले को पुरस्कार और मान्यता दी जाएगी।

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बैठक का उद्देश्य प्रसवोत्तर व प्रसव पश्चात परिवार नियोजन सेवाओं सहित अन्य सेवाएं प्रदान करना और बढ़ावा देना, परिवार नियोजन सेवाओं के रिकॉर्ड रखने के लिए निजी क्षेत्र का समर्थन करना, एचएमआईएस पोर्टल पर परिवार नियोजन सेवा डेटा की समय पर रिपोर्टिंग करना और डेटा अपलोड करने वाले कर्मचारियों की क्षमता का निर्माण करना है। इस दौरान समस्त निजी चिकित्सालयों के प्रबंधक व संचालकों से अनुरोध किया कि परिवार नियोजन सेवाओं विशेष रूप से प्रसवोत्तर व प्रसव पश्चात सेवा को मजबूत करने के लिए योगदान दें, एक रजिस्टर बनाएं जिसमें सभी सुविधाएं की जानकारी हो और यही डाटा एचएमआईएस पर प्रदर्शित हो, समस्त संबंद्ध चिकित्सालय परिवार नियोजन सेवाएं, मैपिंग और डेटा साझा करें, परिवार नियोजन सेवाएं लेने वाले ग्राहकों के लिए सक्षम वातावरण बनाएं और बड़ी संख्या में पात्र लोगों के लिए आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों की पहुंच भी बढ़ाएं।

हर माह की 20 तारीख तक एचएमआईएस पोर्टल पर फीड करें परिवार नियोजन का डाटा

पीएसआई इंडिया की कृति पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से निजी क्षेत्र के तहत परिवार कल्याण कार्यक्रम में हुये गुणवत्तापूर्ण सुधार एवं नवीन एचएमआईएस पोर्टल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बताया कि वर्तमान में जनपद के 50 निजी चिकित्सालय परिवार कल्याण कार्यक्रम से जुड़े हैं जिसमें 40 अस्पताल ही समय से एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा फीड करते हैं। इसको शत-प्रतिशत करने की आवश्यकता है। इसके अलावा बैठक में आगामी विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा, परिवार नियोजन हौसला साझेदारी, मातृ मृत्यु समीक्षा, संस्थागत प्रसव, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, आभा आईडी, ई-कवच आदि मातृ व शिशु स्वास्थ्य विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।

इस मौके पर नर्सिंग होम एशोसिएशन की अध्यक्ष डॉ कुसुम चंद्रा, डिप्टी सीएमओ (एनयूएचएम) डॉ अमित सिंह, डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पाण्डेय, डीपीएम संतोष कुमार सिंह, वित्त एवं लेखा अधिकारी (एनएचएम) आरके मधेशिया, शहरी मंडलीय कंसल्टेंट मयंक राय, एचएमआईएस व आरसीएच कंसल्टेंट राणा, एमसीएच कंसल्टेंट पूनम गुप्ता, पीएसआई इंडिया से कृति पाठक व अखिलेश, यूपीटीएसयू से गजेंद्र एवं अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजद रहे।

रिपोर्ट-संजय गुप्ता

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