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UP के सरकारी स्कूलों का हाल, प्राइमरी टीचर की मौज और रूढ़िवादी सोच का जीता-जागता सच है Film ‘मास्साब’

फिल्म के हर एक पात्र ऐसे हैं जो उत्तर प्रदेश के अधिकांश गावों में मिल जाएंगे। कहीं टीचर के स्थान पर गांव का कोई 10वीं फेल बेरोजगार युवा पढ़ा रहा मिल जाएगा तो कहीं स्कूलों में बच्चे कम शिक्षक ज्यादा मिलेंगे। शिक्षा का मतलब मिड डे मील। आओ खाओ और जाओ। ये सब लोगों ने इस कदर स्वीकार कर लिया है जैसे शिक्षा के मापदंड ही यही हैं। टीचर ऐसे ही होते हैं। यही है सरकारी नौकरी, जो मौज करने के लिए मिलती है।

मास्साब फिल्म में बतौर मुख्य अभिनेता शिवा सूर्यवंशी को ये कहानी आए दिन कहीं न कहीं दिखती थी और खटकती भी थी। लोगों ने तो कॅरियर का सबसे बेहतर प्लेटफॉर्म प्राइमरी स्कूल के टीचर को ही मान लिया है। वो इसलिए नहीं कि शिक्षक होना और बच्चों को शिक्षा प्रदान कर देश की नींव को मजबूत करने जैसा है। इसलिए कि ये नौकरी पैसा देती है और काम न के बराबर करना पड़ता है। बच्चे मिड डे मील के लिए स्कूल आते हैं और टीचर मिड डे मील मुहैया कराने के लिए। हालांकि अच्छे टीचर भी हैं जो जुनूनी हैं शिक्षा देने के लिए। ऐसे ही एक जुनूनी शिक्षक के साथ बाकी सिस्टम को बड़े रोचक अंदाज में पेश करते हुए कहानी को मास्साब के जरिए प्रस्तुत किया गया है।

शिवा ने मीडिया को बताया कि फिल्म की कहानी के हर एक पात्र कहीं न कहीं से लिए गए हैं। जैसे टीचर आशीष का अंदाजे-बयां खुद शिवा सूर्यवंशी के पिता से इंस्पायर है। गांव के स्कूलों की दशा इस बात पर भी निर्भर करती है कि वहां का ग्राम प्रधान कैसा है। इस कहानी को एक बदलाव लाने वाले टीचर और एक बदलाव की उम्मीद से ग्राम प्रधान बनीं पढ़ी-लिखी युवती के ईर्द-गिर्द बुनी गई है।

मास्साब को मिल चुके हैं नेशनल-इंटरनेशनल अवार्ड:

मास्साब अमेरिका में औरलैंडो के फ्लोरिडा में आयोजित कॉस्मिक फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट ड्रामा फिल्म का खिताब जीता चुकी है। इसके अलावा राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म (क्रिटिक च्वाइस), बेस्टर एक्टर (शिवा सूर्यवंशी), स्पेशल एप्रिसिएशन अवॉर्ड (आदित्य ओम) से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा भी ये फिल्म ढेरों खिताब जीत चुकी है। कई बड़े फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म को खूब सराहा गया है।

फिलहाल 10 सिनेमाघरों में है ये फिल्म: ये फिल्म पिछले हफ्ते सिनेमाघरों में आई थी। तब 13 स्क्रीन पर इसे जगह मिली थी। दूसरे हफ्ते में भी ये फिल्म अभी 10 सिनेमाघरों में चल रही है। इसके अलावा आर्मी के 64 सिनेमाघरों में भी फिल्म 12 फरवरी से आ जाएगी।

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