मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के समग्र विकास के रोडमैप पर निरन्तर अमल कर रहे है। इसमें शहरों के साथ ही गांवों का विकास भी शामिल है। गांवों में अधिसंख्य किसान अब छोटी जोत वाले है। सरकार का इनकी ओर विशेष ध्यान है।
कृषि आय को दोगुनी करने के साथ ही आय के अन्य साधन उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय समावेशन कार्यक्रम के तहत गांव के गरीब, किसान नौजवान को जोड़ने के लिए किये जा रहे कार्यों के प्रति बैंक को धन्यवाद किया। कहा कि विगत चार वर्षो में सामान्य नागरिकों के जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयास चल रहा है।
प्रधानमंत्री ने अलग अलग राज्य के मांग के अनुरूप कार्ययोजना तैयार कराई। नागरिकों के आर्थिक उन्नयन एवं स्वावलम्बी बनाने की दिशा में सभी को एक साथ जुड़कर कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। जिसके तहत कार्यवाही की जा रही है। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन आया है और उत्तर प्रदेश में विकास को गति प्राप्त हुई है।
चार वर्ष के अन्दर बैंक,युवा आमजन मानस से जुड़ता हुआ दिखायी दिया है और इसी का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ स्मृति पार्क में बड़ौदा यूपी बैंक द्वारा आयोजित वृहद ऋण वितरण शिविर में कुल साढ़े अट्ठाइस हजार किसानों व व्यवसायियों को दो सौ एक करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया।
ODOP का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडीओपी में कम पूंजी पर रोजगार की गारण्टी है। इसके स्थानीय स्तर पर परिणाम का पूरे प्रदेश में व्यापक सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। चार में प्रदेश सरकार ने पचास लाख एमएसएमई इकाइयों को बैंकों सेे लोन दिलाकर करोड़ों लोगों को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया है।
आत्मनिर्भर अभियान
एक जनपद एक उत्पाद किसान क्रेडिट कार्ड आदि योजनाओं के लाभार्थियों को ऋण मेले में ऋण वितरित किया गया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में ओडीओपी के तहत टेराकोटा का चयन किया गया है। दीपावली के अवसर पर अपने हस्तशिल्प कला के माध्यम से उद्यमियों ने अच्छा लाभ प्राप्त किया।
किसानों की आय में वृद्धि सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बैंकर्स से कहा कि ऋण देने के साथ लाभार्थी जिस उद्यम हेतु ऋण प्राप्त कर रहा है,उससे सम्बंधित प्रशिक्षण देने के साथ ही उसे मार्केट से जोड़ा जाये। इससे वह आर्थिक उन्नयन के साथ ही स्वावलम्बन की ओर बढ़ेगा। एक जनपद एक उत्पाद देश की लोकप्रिय एवं अभिनव योजना है। यह आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला है।