इंडियन टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। एक टाइम था कि जब वीरेंद्र सहवाग ग्राउंड पर उतरते थे तो लोग उनसे व उनके बल्ले से कुछ नया कर दिखाने की उम्मीद रखते थे। सहवाग के फैंस आज भी कहते हैं कि समय इतनी तेजी से बीत गया कि ऐसा लगता है जैसे यह कल की ही बात हो, उन्हें बाउंड्री के पार चौका और छक्का मारते हुए देखना, बॉलर्स को डर से पसीना बहाना और उनकी उपस्थिति और आक्रामक बल्लेबाजी कौशल से पूरे मैदान पर दबदबा बनाते देखना। वीरेंद्र सहवाग ने अपने करियर के दौरान 104 टेस्ट मैचों में 49.34 की औसत से 8,586 रन बनाए, साथ ही 251 वनडे मैचों में 8,273 रन बनाए।
इन दो देशों के खिलाफ सहवाग ने लगाया था तिहरा शतक
इसमें कोई संदेह नहीं कि वह काफी ज्यादा पसंद किए जाने वाले बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में श्रीलंका को हराकर विश्व कप जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे। वीरेंद्र सहवाग न केवल एक बार बल्कि दो बार तिहरा शतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय क्रिकेटर बने, उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ 309 रन और 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रन बनाए। इसके अलावा उनके नाम पर कई खिताब और रिकॉर्ड हैं।
जानें क्यों फैंस कहते हैं वीरू पाजी को कोई नहीं हरा सकता
इसके अलावा एक चीज और भी है कि जिसके लिए वह फेमस हैं। वह सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वर्ल्ड लेवल पर है। वह है ट्वीट व अन्य सोशल मीडिया कमेंट्स का जवाब देने की उनकी मजाकिया और व्यंग्यात्मक भावना। उन्हें उन लोगों को ट्रोल करने की कला में महारत हासिल है जो उन्हें ट्रोल करने की कोशिश करते हैं। अक्सर सोशल मीडिया पर यह देखने को मिलता है। इसीलिए फैंस और दर्शक तो यहां तक कहते हैं कि जवाब के मामले में वीरू पाजी को कोई नहीं हरा सकता।