लखनऊ। देशभर में व्याप्त कोरोना महामारी से जूझ रहे लोगों पर महामारी और कालाबजारी की दोहरी मार पड़ रही है। इनदिनों राजधानी समेत अन्य जिलों में आपदा को अवसर में बदलने वाले गिरोह काफी सक्रीय हैं। दवा और जीवन रक्षक सामानों की कालाबाजारी का धंधा जोरों पर है। ऐसे में साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के अलग अलग हथकंडे रखें है। वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का मामला गोमतीनगर थाना क्षेत्र में देखने को मिला।
जानकारी के मुताबिक गोमतीनगर निवासी विजय का एसबीआई में बैंक अकाउंट है। उनके मौसा-मौसी को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। दूसरी डोज 22 अप्रैल को लगनी थी। लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए वो अस्पताल जाने से घबरा रहे थे। ऐसे में उन्होंने विजय से अस्पताल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा।
इसके लिए विजय ने गूगल पर विभूतिखंड स्थित निजी अस्पताल का नम्बर सर्च किया। अस्पताल के नाम से बनी साइट पर एक नम्बर नजर आया। जिस पर विजय ने काल की, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके कुछ देर बाद ही उनके पास किसी दूसरे नम्बर से काल आई। फोन करने वाले व्यक्ति ने रजिस्ट्रेशन कराने के लिए विजय के मोबाइल नंबर पर एक लिंक भेजा। साथ ही तीन रुपये जमा करने के लिए कहा। जिसपर विजय ने भेजे गए लिंक के माध्यम से रुपये जमा कर दिए।जिसके बाद उनके खाते से छह बार में करीब एक लाख रुपये निकल गए। यह सभी ट्रांजेक्शन 22 अप्रैल को हुए।
विजय के मुताबिक उन्होंने बैंक की एसएमएस अलर्ट सेवा ले रखी है। मगर उसे केवल तीन मैसेज ही मिले, जबकि खाते में छह ट्रांजेक्शन हुए थे। अपने साथ धोखाधड़ी की जानकारी होने पर विजय ने तुरंत डेबिट कार्ड ब्लाक कराते हुए गोमतीनगर थाना पहुंच कर मुकदमा दर्ज करवा दिया।