• पहले की सरकारों में उपेक्षित जौनपुर में जन सुविधा और पर्यटन के विकास के लिए योगी सरकार ने बढ़ाया कदम
• पर्यटकों के घूमने और श्रद्धालुओं के लिए आस्था का नया केंद्र होगा गोमती नदी का घाट
वाराणसी/जौनपुर। मुगल कालीन शाही पुल के बाद पहली बार योगी सरकार जौनपुर में गोमती नदी पर भव्य घाट का निर्माण करा रही है। शाही पुल के पास पक्का घाट के निर्माण से पर्यटकों को घूमने और श्रद्धालुओं के लिए आस्था का नया केंद्र मिलेगा। यहां वाराणसी में होने वाली गंगा आरती की तर्ज पर पूजा और आरती स्थल का निर्माण होगा। साथ ही ग़ज़ीबो का भी निर्माण हो रहा है। घाट पर चेंजिंग रूम समेत सभी सुविधाएं होंगी।
गोमती नदी के ऊपर सन 1564 में बने शाही पुल के बाद पूर्व की सरकारों ने नदी के पास कोई भी जन सुविधाओं से जुड़ा विकास का काम नहीं करवाया। मुगलों के बाद अब योगी सरकार ने जौनपुर की सुध ली है और जौनपुर में बहने वाली गोमती नदी के किनारे बेहद खूबसूरत घाट बनवा रही है। यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड वाराणसी के परियोजना प्रबंधक विनय जैन ने बताया कि लगभग 150 मीटर लम्बाई के घाट का निर्माण काम चल रहा है।
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घाट पर ही दो गज़ीबो होगा। साथी 15 आरती स्थल के लिये प्लेटफार्म बनाया जा रहा है। जहां श्रद्धालु पूजा पाठ भी कर सकेंगे। इसके साथ ही जन सुविधा की चीजें रहेंगी, जिसमे चेंजिंग रूम और मल्टीपर्पज प्लेटफार्म शामिल होगा, जहां विविध कार्यक्रम हो सकेंगे। रौशनी की बेहतर व्यवस्था होगी।
परियोजना प्रबंधक ने बताया कि घाट का निर्माण चुनार के सैंड स्टोन से किया जा रहा है, जिसकी लागत लगभग 625 लाख है। 2023 में घाट का निर्माण पूरा होना है। जौनपुर के ऐतिहासिक किले को देखने आने वाले पर्यटक। जौनपुर की मशहूर इमरती के स्वाद के साथ अब घाट का भी आनंद ले सकेंगे।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता