उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक सरकारी स्कूल में मिड-डे-मील खाकर 75 से अधिक बच्चे बीमार हो गए। उल्टी और चक्कर की शिकायत मिलने पर आनन-फानन में सभी को लेकर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जानकारी के मुताबिक जमा की सब्जी में कीड़े मिले। वहीं सूचना मिलने पर पुलिस से लेकर शिक्षा विभाग तक के अधिकारी हरकत में आ गए।
चरगांवा ब्लॉक क्षेत्र के सराय गुलरिहा स्थित कंपोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मिड डे मील खाने से 75 बच्चे बीमार हो गए। उल्टी, चक्कर और पेट दर्द की शिकायत पर उन्हें सीएचसी, चरगांवा ले जाया गया। 15 बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जबकि 51 को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। वहीं देर शाम 9 और बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि भोजन में कीड़े होने से बच्चे बीमार पड़े। उधर प्रशासन का दावा है कि वह कीड़े नहीं बल्कि राजमा के बीज का मूलांकुर है।
इस मामले में सीएमओ डॉ. आशुतोष दूबे ने बताया कि कुल 75 बच्चों को सीएचसी चरगांवा ले जाया गया था। 51 बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद तत्काल छोड़ दिया गया। कुल 15 बच्चे भर्ती किए गए थे, उन्हें भी बाद में डिस्चार्ज कर दिया गया। बच्चों को उल्टी, मिचली, चक्कर, पेट दर्द की शिकायत थी। खाद्य विभाग की टीम को सैंपलिंग का निर्देश दिया गया है।
घटना की सूचना के बाद पहुंची दो एंबुलेंस और अन्य वाहनों में बच्चों को सीएचसी ले जाया गया। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग द्वारा मध्याह्न भोजन और किचन में मौजूद राजमा की सैंपलिंग की गई है। राजमा का गहन निरीक्षण किया गया। प्रथम दृष्टया पाया गया कि राजमा बीज का मुलांकुर भिगोने व पकाने के दौरान राजमा से अलग होकर सब्जी की ग्रेवी में चला जाता है, जो कीड़े जैसा प्रतीत होता है। वस्तुतः राजमा के बीज का मूलांकुर है।