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राज्यपाल ने बताया स्थापना दिवस का महत्त्व

लखनऊ। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अवसर के अनुरूप शैक्षणिक संस्थाओं को प्रेरणा दायक संदेश देती हैं। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने अपनी इस परंपरा का निर्वाह किया।

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उन्होंने दो संदर्भों का विशेष उल्लेख किया। इसमें स्थापना दिवस के महत्व की चर्चा थी। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के नामकरण की वैचारिक भावभूमि भी थी। राज्यपाल ने राजभवन से स्थापना दिवस समरोह को ऑनलाइन सम्बोधित किया। कहा कि स्थापना दिवस के आयोजन से परम्पराओं का स्मरण होता है, मूल्यांकन का अवसर मिलता है और भविष्य की योजनाओं पर भी विचार होता है।

उन्होंने में गोरखपुर के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व का उल्लेख किया। पं दीनदयाल उपाध्याय को स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ई-माध्यम से सैमसंग इन्नोवेशन कैंपस कार्यक्रम का शुभारम्भ तथा विश्वविद्यालय के परीक्षा पोर्टल ‘सर्व‘ को लांच किया। सैमसंग इन्नोवेशन कैंपस कार्यक्रम में विद्यार्थी नयी तकनीक जैसे एआई, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डाटा, कोडिंग, प्रोग्रामिंग आदि सीख सकेंगे।‘सर्व‘ पोर्टल से विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से सर्टिफिकेट और डिग्री प्राप्त कर सकेंगे।

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       डॉ दिलीप अग्निहोत्री

राज्यपाल विश्वविद्यालयों को नैक मूल्यांकन के लिए प्रेरित करती है। उनका मार्गदर्शन करती है। इसका लाभ राज्य विश्वविद्यालयों को मिल रहा है। राज्यपाल के मार्गदर्शन से दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय को यूजीसी से ग्रेड वन हासिल हुआ है। राज्यपाल ने इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। कहा कि नैक में ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेड प्राप्त होने के परिणाम स्वरूप ही विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अनुदान से सौ करोड़ रुपए का अनुदान प्राप्त हुआ। इसका उपयोग विद्यार्थियों के हित में किया जायेगा। विश्वविद्यालय में नये पाठ्यक्रमों का निर्माण सराहनीय है। विद्यार्थियों की सामर्थ्य को बढ़ाने और निखारने में शिक्षक की बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने विश्वविद्यालय के समुचित विकास के लिए शार्ट-टर्म और लांग-टर्म योजनाएं बनाने का निर्देश दिया। विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों में अग्रणी विद्यार्थियों को पदक देकर सम्मानित करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। राज्यपाल ने पुरातन छात्रों को अपनी शिक्षा की मातृ-संस्था में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के हित में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर समारोह में राजभवन से अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा, अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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