अफ्रीकी देश कैमरून के एक स्कूल में बंदूकधारियों के अंधाधुंध फायरिंग में कम से कम आठ बच्चों की मौत हो गई है. इस हमले में 12 से ज्यादा बच्चे घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है. पुलिस रिपोर्ट में हमलावरों की तादाद नौ के करीब बताई जा रही है. मरने वाले बच्चों की उम्र 9 साल से 12 साल के बीच बताई जा रही है.
आपकी बचत बताएगी आप कितने कूल हैं कैमरून के राष्ट्रपति मौसा फकी महामत ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा कि कुंबा के प्राथमिक स्कूली बच्चों को निशाना बनाने वाले क्रूर हमले के आतंक को व्यक्त करने के लिए और दुख को जताने लिए कोई शब्द नहीं हैं और न ही निंदा पर्याप्त है. उन्होंने कहा कि आतंकियों ने तब गोली चलाई जब बच्चे अपनी क्लासरूम में बैठकर पढ़ाई कर रहे थे.
कैमरून में मानवीय मामलों को देख रहे संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने बताया कि कुंबा के मदर फ्रांसिस्का इंटरनेशनल बायलिंगुअल एकेडमी में बंदूकधारियों के हमले के कारण कम से कम आठ बच्चे मारे गए. 12 घायल बच्चों को अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. अभी तक किसी भी आतंकवादी समूह ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है.
शहर के उप-प्रान्त मंत्री अली अनौगू ने बताया कि आतंकियों ने क्लासरूम में बच्चों को देखकर गोलियां चलानी शुरू कर दी. कई बच्चे दूसरी मंजिल की खिड़की से कूदने के कारण भी घायल हुए हैं. मौके पर मौजूद पुलिस और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है.
यह क्षेत्र पिछले तीन साल से एंग्लोफोन अलगाववादियों और सरकारी सुरक्षाबलों के बीच जंग का मैदान बना हुआ है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कैमरून के पश्चिमी हिस्से में अंग्रेजी बोलने वाले अलगाववादियों ने इस घटना को अंजाम दिया है कि नहीं. ये अलगाववादी अंग्रेजी भाषा बोलने वाले पश्चिमी हिस्से को अंबाझोनिया नाम का एक अलग देश बनाने की मांग कर रहे हैं.